कोरोना वायरस लगातार अपना प्रसार बढ़ाता जा रहा है। जिले में कोरोना संक्रमितों का आकड़ा 20 हज़ार होने वाला है। नए दिशा – निर्देश के बाद अब फरीदाबाद के निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों को सस्ते पैकेज रेट पर इलाज के लिए स्थायी या प्रदेश की मूल नागरिकता प्रमाण देना होगा। इलाज में डॉक्टर विजिट, रेडियोलॉजिकल जांच, फिजियोथेरेपी, पीपीई किट, मास्क, सैनिटाइजर, बेड चार्ज, नर्स केयर, वेंटिलेटर और दवाओं का शुल्क भी शामिल होगा।
इस आदेश के बाद गरीब तबके को राहत मिली है। ख़बरों के मुताबिक, यह लाभ केवल प्रदेश के स्थायी नागरिकों के लिए ही लागू होगा। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह नया आदेश लागू किया गया है।
जिस प्रकार फरीदाबाद में लगातार महामारी के मामले बढ़ते जा रहे हैं यह औद्योगिक नगरी के लिए चिंताजनक है। मामले बढ़ने के साथ ही इलाज के लिए मारामारी की स्थिति होने का भी खतरा है। सरकार ने 25 जून कोरोना इलाज की दरें विशेष पैकेज व सुविधाओं अनुसार तय कर दी थी। अब इस नियम में नया सुधार लागू किया गया है।
पहचान फरीदाबाद अपने पाठकों के लिए नई – नई जानकारियां लेकर आता रहता है। अगर इस नए नियम की बात करें तो इसके अनुसार, सस्ते पैकेज दर पर निजी अस्पतालाें में इलाज की सुविधा केवल हरियाणा प्रदेश के मूल निवासियों को ही मिलेगी।
यह दर है निर्धारित
गैर एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पताल
1.ऑक्सीजन सपोर्ट वाले आइसोलेशन वॉर्ड में आठ हजार रुपये प्रतिदिन
2.बिना वेंटिलेटर के आइसीयू में 13 हजार रुपये प्रतिदिन
- वेंटिलेटर वाले आइसीयू में 15 हजार रुपये प्रतिदिन
एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पताल
1.ऑक्सीजन सपोर्ट वाले आइसोलेशन वॉर्ड का दस हजार रुपये प्रतिदिन
2.बिना वेंटिलेटर के आइसीयू वॉर्ड के 15 हजार रुपये प्रतिदिन
3. वेंटिलेटर वाले आइसीयू वॉर्ड के 18 हजार रुपये प्रतिदिन