किसान ही नहीं भाजपा ने मजदूरों के हकों पर भी कुठाराघात किया जा रहा है कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने कहा है कि भाजपा सरकार किसानों के साथ मजदूर विरोधी भी है। राज्य सभा में जो नए बिल पास होते ही कांग्रेस सरकार पर हमलवार हो गई है। अभी किसान क्रांति ने राजनीति को अलग मोड़ पर खड़ा कर दिया।
तीन कृषि विधेयकों के साथ ही भाजपा ने संसद में नए श्रम विधेयक को भी पारित करा लिया है। इसमें कांग्रेस द्वारा श्रमिक हित में बनाए गए श्रम कानूनों को बदल दिया गया है।
अब मजदूर 60 दिन का नोटिस दिए बिना हड़ताल नहीं कर सकता। इसके अलावा जब तक किसी भी ट्रिब्यूनल में मजदूर या मजदूरों का मामला लंबित होगा, तब तक उस पर हड़ताल नहीं की जा सकती। कंपनी या फैक्ट्री मालिक सिर्फ उसी मजदूर संगठन की बात सुनेगा,
जिसमें कंपनी के 51 फीसद मजदूर सदस्य होंगे। बता दें, भाजपा सरकार ने संसद में तीन विधेयक पारित कराए हैं। इनमें इंडस्ट्रियल रिलेशन कोड बिल 2020,सोशल सिक्योरिटी कोड बिल 2020,हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशन कोड बिल 2020 शामिल हैं।
विधायक नीरज शर्मा के अनुसार तीनों श्रम कानून पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने वाले हैं। शर्मा के अनुसार भाजपा सरकार ने जिस तरह किसानों के हितों के खिलाफ तीन काले कानून बनाए हैं,
उसी तरह मजदूरों का हक मारने के लिए भी तीन काले कानून बनाए हैं। इन बिलों का कांग्रेस विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि वे मजदूरों के बीच जाकर उन्हें इन काले कानूनों के बारे में जागरूक करेंगे। इसके लिए वे फैक्ट्रियों के समक्ष गेट मीटिंग करने की भी योजना बना रहे हैं।