बिजली निगम से नहीं मिली कोई सहायता तो 30 हजार चंदा इकट्ठा कर बिजली चोरी पर लगाई लगाम

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नगर निगम हो या बिजली निगम सरकारी दफ्तरों और अफसरों की लापरवाही की तस्वीरें आए दिन अखबारों की सुर्खियां बटोरी हुई दिखाई देती है। फिर भी ना तो विभाग और न हीं अधिकारी कुंभकरण की नींद से जागने को तैयार होते हैं।

ऐसे में परेशानी होती है वह होती है आमजन को। इतना ही नहीं कभी-कभी परेशानी इतनी बड़ी हो जाती है कि आमजन को स्वयं ही समस्या का समाधान निकालना पड़ता है।

ऐसा ही कुछ बसंतपुर कॉलोनी वासियों के साथ हुआ जहां बार-बार बिजली निगम अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी बिजली चोरी के मामले में कोई शिकायत अमल में नहीं लाई गई।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि बिजली निगम में कई बार बिजली चोरी के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर ट्रांसफर की फेसिंग के लिए गुहार लगाई गई। बावजूद किसी अधिकारियों ने एक नहीं सुनी।

परेशान होकर स्थानीय निवासियों ने 30 हजार चंदा एकत्र कर ट्रांसफर को लोहे की जाली से कवर कर दिया। जाली के अभाव में लंबे समय से बिजली कटौती होने से बसंतपुर कॉलोनी के लोगों में रोष पनप रहा था।

ट्रांसफर से बिजली भी चोरी हो रही थी। जिसके चलते ट्रांसफर पर लोड बढ़ रहा था। उधर बार बार शिकायत दर्ज करने के बावजूद किसी के कान में जूं तक नहीं रेंगती।

क्या कहते है स्थानीय निवासी

स्थानीय निवासी अखिलेश मिश्रा ने कहा कि बसंतपुर नाले के पास के ट्रांसफर से आसपास के लोग कुंडी कनेक्शन से बिजली चोरी कर रहे हैं। बिजली निगम के अधिकारी बिजली चोरी नहीं रोक पा रहे हैं। हमने ट्रांसफर को लोहे की जाली से कवर किया था कि चोरी रोकी जा सके।

वही संजू पांडेय ने बताया कि बिजली निगम उपभोक्ताओं को पर्याप्त बिजली नहीं दे पा रहा, और बिजली चोरी रोकने पर ध्यान नहीं है। लोग आए दिन परेशान होते रहते हैं।

मुनेश सिंह ने कहा कि हम नियमित रूप से बिजली का बिल भरते हैं। फिर भी बिजली निगम हमारी समस्या के समाधान की तरफ ध्यान नहीं देता।

वहीं बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता नरेश कक्कड़ का कहना है कि मेरे पास बसंतपुर कॉलोनी में बिजली चोरी की शिकायत आई थी। जिसके बाद कार्यवाही भी की गई थी। एक बार से फिर निगम की टीम को भेजकर वास्तविक स्थिति का जायजा लिया जाएगा।