कोरोना का केहर लगातार तेज़ी से जिल में फैलता जा रहा है। रिकवरी रेट तो लगभग 95% हो गई है लेकिन लोग सतर्कता नहीं दिखा रहे हैं। कोरोना वायरस का डर हर तरफ है। हर कोई बाहर निकलने से पहले अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखकर मास्क पहनकर ही निकल रहा है। जिले में ऐसे लोग कम ही दिखाई दे रहे हैं जो मास्क लगाकर घूम रहे हैं।
प्रदेश में सबसे अधिक कोरोना के मामले फरीदाबाद से ही मिले हैं। जनता नियमों का उल्लंघन खूब कर रही है। लोग मास्क का इस्तेमाल कर इधर-उधर फेंक देते है। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
अख़बारों से लेकर टेलेविज़न तक हर जगह ऐसा बताया जा रहा है कि मास्क को इधर – उधर न फेंकें। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कोरोना के बचाव से संबंधित कचरे के निस्तारण के लिए दिशा-निर्दश जारी किए हैं। सामान्य व्यक्ति जो कोरोना पॉजिटिव नहीं हैं उन्हें मास्क और दस्तानों को उपयोग करने के बाद 72 घंटे यानी तीन दिन तक पेपर बैग में रखना है।
इस बात को लेकर लोग गंभीर नहीं है कि मास्क उतार के इधर – उधर फेंकना कोरोना का कारण बन सकता है। नए नियमों के अनुसार, मास्क को 72 घंटे यानी तीन दिन तक पेपर बैग में रखना है इसके बाद कचरा कलेक्शन के लिए आने वाली गाड़ी को दे सकते हैं। यह मास्क और दस्ताने न तो कोविड वेस्ट माना जाएगा और न बायोमेडिकल वेस्ट, लेकिन यदि आप कोरोना पॉजिटिव या संदिग्ध हैं तो ये कोविड वेस्ट होगा।