फरीदाबाद के लोग इस समय नगर निगम के ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही कामों से संतुष्ट नज़र नहीं आ रहे हैं। प्रॉपर्टी टैक्स और विकास शुल्क संबंधी ऑनलाइन रिकॉर्ड की खामियों से लोग परेशान हैं। जिले में लोगों को वेबसाइट पर रिकॉर्ड सही नहीं दिखाई दे रहा है जिस कारण वे लगातार निगम में चक्कर लगा रहे हैं।
जनता शिकायत कर रही है कि बही खाते और ऑनलाइन रिकॉर्ड में अंतर आ रहा है। आपको बात दें कुछ समय पहले शहरवासियों को अपना संपत्ति कर जमा करवाने के लिए नगर निगम में बाबुओं के पास धक्के नहीं खाने पड़ेंगे यह सोचकर। एक पोर्टल को खोला गया था।
प्रशासन के पोर्टल में लगातार कोई न कोई कमी निकल के सामने आ ही जाती है। नगर निगम ने 2.62 लाख संपत्ति करदाताओं का डाटा ऑनलाइन कर दिया था। कोई भी व्यक्ति साइट पर जाकर अपने नाम, पते या फिर संपत्ति आईडी से बकाया संपत्ति कर की जानकारी लेकर उसका भुगतान कर सकता था। लेकिन अब वेबसाइट पर लोगों को दिक्कत आ रही है।
रजिस्ट्री का पोर्टल हो या अब यह पोर्टल लगातार जनता को निगम की खामियों का ब्याज देना पड़ रहा है। नगर निगम पिछले काफी समय से संपत्ति कर के डाटा को ऑनलाइन करने के प्रयास में जुटा हुआ था, मगर कोई न कोई तकनीकी खामी के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा था। अब ओर भी समस्या खड़ी हो गई हैं।
अगर जनता को अपने रिकॉर्ड निगम आके ही ठीक करवाने थे तो पोर्टल चालू ही क्यों किया गया। आपको बता दें निगमायुक्त यश गर्ग ने इस साल अप्रैल तक संपत्ति कर को ऑनलाइन करने के लिए सभी कर्मचारियों व अधिकारियों को हिदायत दी थी।