हरियाणा में 5 साल बाद मिली भर्ती की अनुमति ,चयन आयोग ने दिए संकेत

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पांच सालों से राह देखते हरियाणा रोडवेज के स्टेशन सुपरवाइजर की भर्ती को मिली मंजूरी

आपने और हमने हमेशा यह तो सुना होगा कि इंतजार का फल मीठा होता है। ऐसी कुछ मिठास हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा उच्च न्यायालय की हामी भरने के बाद हरियाणा रोडवेज में 38 स्टेशन सुपरवाइजर की भर्ती के लिए कर्मचारी जीवन में घोल दी है।

जो आने वाले समय में लाभदायक साबित होगा। दरअसल, अब (कंडक्टर को योग्य मानते हुए) के बाद एचएसएससी (हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग) भर्ती का अंतिम परीक्षा परिणाम तैयार करने में जुटने के साथ आयोग की तरफ से इस सप्ताह भी परिणाम घोषित होने के संकेत मिले चुके हैं।

हरियाणा में 5 साल बाद मिली भर्ती की अनुमति ,चयन आयोग ने दिए संकेत

आयोग के चेयरमैन बीवी भारतीय कानूनी विवाद खत्म होने के बाद जल्दी अंतिम परिणाम घोषित करने की बात को पहले ही दोहरा चुके थे, जिसके बाद उन्होंने बताया कि 114 चयनित अभ्यर्थियों में से 38 स्टेशन सुपरवाइजर की नियुक्ति होने को है।

वहीं बीते सप्ताह ही उच्च न्यायालय ने भर्ती के लिए हरी झंडी को लहराया था, जिसके आदेशों की कॉपी सरकार, परिवहन विभाग व आयोग के पास भी पहुंच चुकी है।

हरियाणा में 5 साल बाद मिली भर्ती की अनुमति ,चयन आयोग ने दिए संकेत

गौरतलब, इससे पहले वर्ष 2015 में निकली भर्ती के लिए 18 दिसंबर 2016 को लिखित परीक्षा व 13 जनवरी 2018 को साक्षात्कार होने के बाद जब अनुभव व कर्मचारियों की श्रेणी की बात आई तो विवाद उत्पन्न होने लगा था।

वहीं जब स्टेशन सुपरवाइजर पद के लिए शुरुआत में उन्हें पात्र ना बनाने पर विभिन्न राज्यों के कंडक्टर ने पंजाब एवं हरियाणा के उच्च न्यायालय में गुहार लगाई थी।

हरियाणा में 5 साल बाद मिली भर्ती की अनुमति ,चयन आयोग ने दिए संकेत

साथ ही याचिका में सैकड़ों कर्मचारियों ने अपना तर्क देते हुए बताया था हरियाणा में पहले भी स्नातक कंडक्टर सीधे स्टेशन सुपरवाइजर लग चुके हैं।

वहीं हरियाणा परिवहन विभाग द्वारा 12 मार्च 2020 को उच्च न्यायालय में स्टेशन सुपरवाइजर भर्ती के अनुभव व श्रेणी को स्पष्ट करते हुए शपथ पत्र तो दे दिया परंतु इसकी कॉपी एचएसएससी को नहीं भेजी गई थी। वहीं जब कोरोना वायरस का संक्रमण सर चलने लगा तो 24 मार्च को देश में कोरोना के कारण बंद हो गया और न्यायालय में सुनवाई आगे टल गई।

सुनवाई आगे चलने के कारण एचएसएससी ने विभाग की कॉपी न मिलने पर भर्ती की अधिसूचना वापस लेने की सिफारिश सरकार से कर डाली। यही कारण है कि इस क्षण के बाद से चयनित अभ्यर्थियों में हड़कंप मच गया।

मुख्य सचिव के रिपोर्ट मांगने पर विभाग ने एचएसएससी को भी अनुभव व श्रेणी संबंधी शपथ पत्र की कॉपी भेजी, जिसमें कंडक्टर के भी भर्ती के लिए योग्य होने का जिक्र था।

हरियाणा में 5 साल बाद मिली भर्ती की अनुमति ,चयन आयोग ने दिए संकेत

एचएसएससी के चेयरमैन बीबी भारती से चयनित अभ्यर्थियों ने उच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद मुलाकात की है। उन्होंने अभ्यर्थियों को आश्वस्त किया कि जल्दी परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।

सीएम मनोहर लाल पहले ही निर्देश दे चुके हैं कि जिन भर्तियों में न्यायालय विवाद खत्म हो गए हैं, उनका परिणाम बिना देरी जारी किया जाए। इसके बाद से ही चयनित अभ्यर्थियों में खुशी की लहर देखी जा सकती है क्योंकि 5 साल से वह जिस क्षण का इंतजार कर रहे थे अब वह जल्द ही उनके जीवन में आएगा।