शादी एक ऐसा क्षण होता है। जिसे हर कोई चाहता है कि उसे इतना यादगार बना दिया जाए कि हर व्यक्ति अपनी शादी के लम्हों को भूल कर भी भूल ना पाए। वहीं जब बात टीवी जगत की हो या फिर नामी-गिरामी लोगों की तो बात ही कुछ और होती है।
जब भी उक्त क्षेत्र के लोगों की शादी का माहौल आता है तो महीनों पहले से इसकी तैयारियों की गूंज टीवी से लेकर सोशल मीडिया पर गूंजने लगती है और शादी वाले दिन तो हर कोई देखता रह जाता है और कहीं ऐसा हो भी क्यों ना अगर खर्च बेहिसाब किया जाए तो हर कोई इंजॉय करता है।
वहीं ऐसे लोगों के लिए कुछ इस तरह शादी में अलग कर पहलवान बजरंग पुनिया और संगीता फोगाट मिसाल बनने को तैयार हैं। दरअसल, दोनों की शादी की तारीख 25 नवंबर तय हो गई है।
वहीं उन्होंने जो फैसला लिया है उसमें उनके परिजनों ने भी उनका पूरा साथ दिया है। फैसले के मुताबिक दोनों ने तय किया है कि वह अपनी विवाह समारोह को बेहद सादगी से मनाएंगे शादी की सभी रस्में भी सादी तरीके से ही होगी।
दरअसल, बजरंग पूनिया और संगीता फौगाट सिर्फ एक रुपये में शादी करेंगे और इसका कारण यह है कि वह दोनों ही दहेज के सख्त खिलाफ हैं। इसलिए उन्होंने दहेज न लेने की बात कही है। उन्होने बताया कि वहीं दोनों शादी के वक्त सात नहीं आठ फेरे लिए जाएंगे। जिसमें 8वां फेरा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नाम का होगा।
गौरतलब, बजरंग एवं संगीता काफी समय से एक दूसरे से परिचित हैं। दोनों ने अपने दिल की बात परिजनों के समक्ष रखी जिसके बाद परिजनों ने भी उनके रिश्ते को अपना किया। पिछले साल दोनों की शादी तय हुई थी। रोका की रस्में बजरंग के घर में निभाई गई थीं।
वहीं सगाई के लिए अलग से समारोह आयोजित किया जाना था, लेकिन अब वह भी आयोजित नहीं होगा। जानकारी के मुताबिक शादी वाले दिन ही संगीता के घर सगाई की रस्में होंगी। बजरंग के पिता बलवान सिंह गांव खुड्डन व सोनीपत दोनों जगहों पर शादी के बड़े कार्यक्रम आयोजित करना चाहते थे, लेकिन कोरोना ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया है।
जब बलवान सिंह से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि अरमान तो अधूरे रह जाएंगे, लेकिन कोरोना नियमों का पालन करना ज्यादा जरूरी है। क्योंकि स्वास्थ्य का ध्यान रखना अनिवार्य है। जब कोरोना खत्म हो जाएगा तो बजरंग की शादी की खुशी में बहुत बड़ा समारोह आयोजित करुंगा।