फरीदाबाद के बल्लबगढ़ की निकिता तौमर का विरोध प्रदर्शन अब केवल फरीदाबाद या हरियाणा तक ही सीमित नहीं रह गया है। अब यह विरोध प्रदर्शन भारत से होता हुए ऑस्ट्रेलिया जा पहुंचा है। फरीदाबाद में जहां निकिता के लिए जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया था।
इंसाफ की गुहार लगाते लोगों ने कैंडल मार्च निकाला था। वहीं हरियाणा राज्य की इस घटना को देख उत्तर प्रदेश सरकार ने भी लव जिहाद को लेकर सख्त कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बैठक आयोजित की थी।
तो वहीं हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने भी उनकी सरकार में हुए सभी लव जिहाद के मामलो की सूची खंगालने के लिए सरकारी अधिकारियों को एक माह तक समय दिया है। इस घटना ने जहां एक तरफ परिजनों को दर्दनाक मंजर दिखाया तो वहीं कॉलेज के सामने हुए इस हत्यकांड ने छात्रों की नींद तक उड़ा कर रख दी।
हर कोई बस निकिता को इंसाफ दिलाने के लिए गुहार लगाता हुआ ही दिखाई दिया। जहां एक तरफ निकिता लव जिहाद का शिकार हुई निकिता ने दुनिया को एक वीरांगना की तरह लड़ते हुए अलविदा कह गई, उसे शायद ही कोई भुला सकेगा।
परंतु निकिता के साथ हुई घटना को ना कोई भुला सकता है और ना ही कोई बुलाना चाहता है। इसका कारण यह है कि हर कोई यही चाहता है कि निकिता के आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। एक तरफ हमारी हरियाणा सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे नारे को सर्वोपरि करने की बात कह दी है।
वहीं ना तो बेटियां पढ़ पा रही और नहीं बच पा रही है। ऐसे में निकिता के इंसाफ की मांग भारत से होते हुए गूंज ऑस्ट्रेलिया जा पहुंची हैं। जहां निकिता को इंसाफ दिलाने के लिए ऑस्ट्रेलिया को एकजुट हो गया है और उसके आरोपियों को सजा दिलाने की मांग कर रहा है।
गौरतलब, 26 अक्टूबर को बल्लभगढ़ के अंतर्गत आने वाले अग्रवाल कॉलेज में बीकॉम में पढ़ने वाली छात्रा निकिता तौमर अपने फाइनल ईयर की फाइनल परीक्षा देकर बाहर निकली थी कि तौसीफ खान नामक व्यक्ति ने उसे अपनी कार में बिठाना चाहा लेकिन निकिता ने इसका विरोध किया तो आरोपी तौसीफ खान ने छात्रा निकिता तोमर पर गोली चला दी।
निकिता को उसके परिजनों द्वारा अस्पताल ले जाया गया तो वहां डॉक्टर द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया था। जिसके बाद से ही निकिता को इंसाफ दिलाने के लिए देशभर में गुहार लगाई जा रही है।