फरीदाबाद शहर की आबोहवा पहले से ही बहुत खराब हो चुकी थी यह हवा इतनी खराब है कि यहाँ पर सांस लेना भी मुश्किल था लेकिन दीवाली की रात को आतिशबाजी हुई इससे दिल्ली एनसीआर के कई जिलों की हवा ज़हरीली हो गई है। सरकार द्वारा एनसीआर के जिलों में पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध था । लेकिन फिर भी लोगो ने जमकर आतिशबाजी की और खूब सारे पटाखे जलाए ।
दीवाली के बाद दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण ने पूरे शहर को अपनी आग़ोष में ले लिया है रविवार को प्रदूषण का स्तर 443 दर्ज किया गया
रविवार को करीब 4:00 बजे हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई जिससे मौसम में ठंडक का एहसास होने लगा वही बढ़ते प्रदूषण पर भी बारिश की फुहारों का असर दिखाई दिया और वायु प्रदूषण स्तर गिरता हुआ नजर आया आसमान में छाई धुंध की काली चादर भी हटती दिखाई थी और आसमान साफ हो गया
हालांकि बारिश अत्यधिक तेज नहीं हुई शहर में तकरीबन 1 घंटे तक धीरे धीरे बारिश की बूंदें बढ़ती रहे यकीनन इस बारिश से जहां जिले की प्रदूषित हवा से छुटकारा मिलेगा वही अक्टूबर के महीने में ठंडक का एहसास होगा स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई
गौरतलब है कि दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाने की आशंका जताई जा रही थी और ऐसा ही हुआ। फरीदाबाद में पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। इसके कारण कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई है।