ग्रेटर फरीदाबाद के अंतर्गत आने वाले सेक्टर 74 में नगर निगम के प्रस्तावित कूड़ा घर की साइड के विरोध में अब ग्रामीणों ने एनजीटी में याचिका दायर करते हुए कूड़ा घर के आसपास बने रिहायशी क्षेत्र का हवाला दिया है।
वही नगर निगम द्वारा कूड़ाघर की साइट प्रस्तावित करने से पहले प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एनओसी के बारे में भी वार्तालाप किया गया है। साइट पर चल रहे धरने को सोमवार को 14 दिन हो गए हैं। इस दौरान प्रशासन द्वारा इस मामले में संज्ञान न लेने से ग्रामीणों में रोष है।
वहीं गांव मिर्जापुर के सरपंच महीपाल आर्य ने बताया कि इस कूड़ाघर साइट के विरोध में अधिकारियों सहित केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर सहित परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा और विधायकों को पहले ही ज्ञापन सौंपे जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि पिछले दिनों केंद्रीय राज्यमंत्री ने भी कूड़ाघर नहीं बनने देने का आश्वासन दिया था, लेकिन इसके बाद कार्रवाई को आगे अमल में नहीं लाया जा सका है।
वहीं जसवंत पंवार ने बताया कि जहां कूड़ाघर बनाया जाना प्रस्तावित है, उसके चारों तरफ दो किलोमीटर के घेरे में कई लाख लोग रह रहे हैं। यहां कूड़ाघर की साइट पर खेल परिसर, यूनिवर्सिटी आदि के निर्माण के लिए प्रयास होने चाहिए, जिससे इस क्षेत्र का विकास हो सके। उन्होंने कहा कि विकास करना है तो
ढंग से किया जाए। इस तरह विकास के नाम पर खानापूर्ति करना किसी भी बात का हल नहीं है।