खट्टर सरकार पर लगाया गरीब एवं जरूरतमंद छात्रों का हक छीनने का आरोप

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प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेजों की फीस बढ़ाकर 53 हजार से 10 लाख करने का वीरवार को कांग्रेस ने जिला मुख्यालय पर विरोध करते हुए प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर कांग्रेसियों ने सैक्टर-12 स्थित लघु सचिवालय में प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार मुर्दाबाद एवं खट्टर सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए।

इससे पूर्व कांग्रेसियों ने प्रदेश अध्यक्षा कु. शैलजा के मीडिया सलाहकार राकेश तनेजा के निधन पर दो मिनट का शोक जताया। कांग्रेसियों नें प्रदेश की खट्टर सरकार पर मेडिकल कॉलेजों की फीस बढ़ाकर छात्रों के हितों पर कुठाराघात करने का आरोप लगाया हुए कहा

खट्टर सरकार पर लगाया गरीब एवं जरूरतमंद छात्रों का हक छीनने का आरोप

कि हरियाणा के सरकारी मेडिकल कॉलेजों की फीस 53 हजार से बढ़ाकर सीधा 10 लाख रूपए सालाना करने के बाद गरीब, दलित एवं पिछड़े हुए छात्र डॉक्टर बनने से वंचित रह जाएंगे। उन्होंने सरकार के इस कदम की कठोर आलोचना की और इसे सरकार का छात्र विरोधी कदम बताया।

ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेसियों ने बताया कि सरकार के नए आंकड़ों के बाद एक गरीब एवं साधारण परिवार के बच्चे को भी डॉक्टर बनने के लिए 40 लाख रुपए का इंतजाम करना होगा। जोकि गरीब एवं साधारण परिवारों के बस की बात नहीं है।

प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा उठाए गए इस छात्र विरोधी कदम से उन छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा, जो प्रतिभावान तो हैं, परंतु उनमें सरकार की बढ़ाई हुई फीस भरने का सामर्थ्य नहीं है। कांग्रेसियों ने कहा कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी खट्टर सरकार के सामने आ गई जो,

खट्टर सरकार पर लगाया गरीब एवं जरूरतमंद छात्रों का हक छीनने का आरोप

आर्थिक मंदी के दौर में उन्होंने छात्रों पर यह तानाशाही फैसला लागू किया है। सरकार के इस फैसले के भविष्य में दुष्परिणाम निकलेंगे और गरीब एवं साधारण परिवार के बच्चों के लिए मेडिकल शिक्षा मात्र एक सपना बनकर रह जाएगी। उन्होंने कहा सरकार केवल अपना हित देख रही है, उसे लोगों की जिंदगी, छात्रों के भविष्य और मजदूरों के हितों से कोई सरोकार नहीं है।