जनता को कोविड-19 से लड़ना ओर बेहतर ढंग से सिखाया जाएगा। परंतु हरियाणा प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामले देखने के बावजूद भी दोबारा लॉक डॉउन
नहीं लगाया जाएगा। यह हम नहीं बल्कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है।
उन्होंने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि प्रदेश में अब दोबारा लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार लॉग डाउन को लेकर क्या निर्णय लेती है उसके बाद ही आगे विचार विमर्श किया जाएगा। परंतु प्रदेश में फिलहाल लॉकडाउन लगाने की कोई संभावना नहीं है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि टेक्सटाइल इंडस्ट्री को पहले ही अधिक से अधिक फेस मास्क बनाने के लिए अवगत कराया जा चुका है। वहीं उन्होंने कहा कि मास्क का इस्तेमाल करना प्रत्येक व्यक्ति के लिए अनिवार्य है। मास्क के अलावा 2 गज की दूरी बनाए रखना भी जरूरी होगी। इन नियमों का ढंग से पालन किया जाए इसके लिए पहले ही अफसरों को चेताया जा चुका है।
चंडीगढ़ में मीडिया कर्मियों से रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि कोविड-19 की जांच की प्रक्रिया को बढ़ाया जा चुका है। उन्होंने कहा शुक्रवार को हरियाणा में एक ही दिन में 34000 लोगों के सैंपल भी एकत्रित किए गए थे। वहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश के जिन भी स्कूल और छात्रों से लेकर अध्यापकों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। उन सभी क्षेत्रों में जांच की प्रक्रिया को तीव्र कर दिया गया है।
वहीं उन्होंने बताया कि हालात पर काबू पाने हेतु पहले ही हरियाणा सरकार 30 नवंबर तक सभी स्कूल व कॉलेज को बंद करने के आदेश दे चुकी हैं। वहीं उन्होंने कहा कि स्कूल बंद होने के दौरान ही बच्चों का घर घर जाकर टेस्ट किया जाएगा। वहीं उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि जिन बच्चों का टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव होगा, उन्हीं बच्चों को स्कूल आने की इजाजत होगी।
वहीं उन्होंने कहा कि फेस मास्क पहनने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों को फेस मास्क पहनने के लिए जागरूक किया जा सके। इस संक्रमण को और अधिक फैलने से रोका जा सकें।
वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यह भी कहा कि फेस मास्क ना पहनने के लिए पहले ही सरकार जुर्माने को बढ़ा चुकी है। परंतु जुर्माना बढ़ाने से इस संक्रमण को नहीं रोका जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि लोग खुद जागरूक हो और जुर्माना भरने के जगह फेस मास्क लगाना शुरू कर दें।