हर माता पिता का सपना होता है कि उसके बेटा या बेटी बड़े होकर कुछ बने, वो पुलिस, डॉक्टर, वकील या इंजीनयर इत्यादि बने। उसी औलाद को बनाने के लिए हर माता पिता क्या कुछ नहीं करता। हर वो सुख अपनी औलाद को माता पिता देते है।
अब जरा सोचिए जब पिता ही औलाद की दुश्मन बन जाए तो क्या कर सकते है। कहते है बेटी के लिए सबसे पहला दोस्त उसके पिता होते है। और पिता की सबसे लाडली उनकी बेटी होती है लेकिन यहां बिल्कुल उलट है।
जी हां एक पिता ने अपनी बेटी की ही खुशी छीन ली। दरअसल अफगानिस्तान में खतेरा नाम की लड़की को पुलिस की नौकरी मिल गयी थी। उसने अपनी नौकरी जॉइन भी कर ली।
लेकिन पिता को ये बात नहीं भायी। पिता को अपनी बेटी की खुशी देखी नहीं गयी फिर उसने वो काम किया जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। जी हां उनकी बेटी ने भी ये उम्मीद नहीं किया होगा। पिता ने अपनी बेटी की खुशी छीनते हुए उसे अंधा बना दिया।
जिसके बाद उसकी नौकरी भी चली गयी। आपको बता दे कि पिता नहीं चाहता था कि उनकी बेटी नौकरी करें। खतेरा की तीन महीने पहले ही गजनी प्रान्त बतौर पुलिस ऑफिसर पदभार ग्रहण किया था।
घटना को याद करते हुए खतेरा ने बताया कि जैसे ही वो ड्यूटी खत्म कर बाहर निकली तभी 3 लोगों में उनपर हमला कर दिया, उसपर गोली चला दी और उसकी आंखें फोड़ दी। खतेरा पर हमला के बाद उनके सपने टूट चुके थे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि ये हमला तालिबान ने किया था लेकिन तालिबान ने इनकार करते हुए उसके पिता को दोषी बताया।
खतेरा ने बताया कि उसका सपना टूट चुका है वो 1 साल तक पुलिस की नौकरी कर देश की सेवा करना चाहती थी लेकिन उससे पहले उसकी खुशियों को छीन लिया गया।