देशभर में बढ़ रहे संक्रमित मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाइव कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। जिसमें उन्होंने 8 राज्यों के मुख्यमंत्रियों संग कोरोना के बढ़ते मामलों पर चर्चा करने हेतु विचार विमर्श किए। बैठक के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को बीच में ही ठोक दिया गया
और उन्हें आंकड़ों की बात करने पर बोलते हुए बताया कि आंकड़ों से वह पहले ही परिचित है। उन्हें केवल यह जानना है कि कोरोना के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए अभी तक उन्होंने क्या रणनीति बनाई।
दरअसल, बैठक में जब मुख्यमंत्री ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के बारे में बोलते हुए उन्होंने बताया कि फिलहाल वर्तमान में कोरोना के मामलों में औसत दैनिक वृद्धि 2,000 है। बस तो क्या था, इतने में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें रोकते हुए कहा, “मनोहर जी, आंकड़े तो हमारे सामने पहले ही आ चुके हैं। आप कोरोना के प्रसार को नियंत्रित करने की आपकी योजना के बारे में हमें अपने विचार बताएं।”
पीएम मोदी ने बाद में मुख्यमंत्रियों से अपनी कोविद-19 रणनीति पर लिखित रूप में अपनी प्रतिक्रिया साझा करने का आग्रह किया और कहा कि कोई भी किसी भी दृष्टिकोण को लागू नहीं कर सकता है, सभी को मिलकर काम करना होगा। सीएम खट्टर ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि हरियाणा covid-19 मामलों की तीसरी लहर देख रहा था।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमें एक सूची तैयार करने के लिए कहा गया था कि पहले किसे टीका प्रदान किया जाएगा। वैक्सीन को श्रेणी के अनुसार दिया जाएगा – स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को पहले वरीयता दी जाएगी और फिर हम इसे अन्य श्रेणियों को प्रदान करेंगे” यह कहते हुए कि श्रेणियों का मापदंड अभी तय नहीं किया गया है।
राज्य में एक करोड़ मास्क वितरित किए जाएंगे, मुख्यमंत्री ने कहा, गुड़गांव और फरीदाबाद सहित दिल्ली के पास जिलों में सभाओं पर प्रतिबंध की घोषणा की।
बैठक में उक्त मुख्यमंत्रियों ने की शिरकत
पीएम की सभा में अन्य लोगों में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी, राजस्थान के अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल, केरल के पिनारयी विजयन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल थे।