हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ दिल्ली में आयोजित आंदोलन में भाग लेने जा रहे हरियाणा के किसानों की गिरफ्तारियों को लेकर हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे तानाशाही करार दिया है।
उन्होंने कहा कि कृषि विरोधी काले कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों की आवाज दबाने के प्रयास सरकार द्वारा लगातार किए जा रहे हैं। अब इस डरी हुई सरकार द्वारा किसानों की गिरफ्तारी करवाना अति निंदनीय है। उन्होंने कहा कि क्या अब किसान अपने हक के लिए शांतिपूर्ण तरीके से आवाज भी नहीं उठा सकते? हरियाणा सरकार किसानों को तुरंत प्रभाव से रिहा करे।
यह बातें हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने यहां जारी बयान में कहीं।
कुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्र और हरियाणा प्रदेश की सरकार सत्ता के अहंकार में पूरी तरह से चूर है। शांतिपूर्ण तरीके से अपने हकों की लड़ाई लड़ रहे किसानों की आवाज को पुलिस का सहारा लेकर दबाया जा रहा है। हरियाणा सरकार का अन्नदाताओं के साथ यह व्यवहार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि पहले पीपली में किसानों पर लाठीचार्ज, फिर सिरसा में किसानों पर अत्याचार और अब हरियाणा प्रदेश में किसानों की गिरफ्तारियां इस सरकार का शर्मनाक कार्य है। उन्होंने कहा कि किसानों के भारी विरोध को देखते हुए यह सरकार पूरी तरह से बौखला चुकी है। उन्होंने कहा कि देश का किसान इस सरकार के षड्यंत्र को पहचान चुका है, वह अब पीछे नहीं हटने वाला है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार इन तीन काले कानूनों के खिलाफ हर स्तर पर लड़ाई लड़ रही है। कांग्रेस पार्टी इन काले कानूनों के खिलाफ किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। कांग्रेस पार्टी सरकार के षड्यंत्रकारी मंसूबों को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देगी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद श्री राहुल गांधी जी द्वारा इन काले कानूनों के खिलाफ हरियाणा प्रदेश में ट्रैक्टर यात्रा निकाली गई थी और उनकी व कांग्रेस पार्टी की इन काले कानूनों के खिलाफ लड़ाई लगातार जारी है। कांग्रेस पार्टी के सत्ता में आने पर इन काले कानूनों को निरस्त कर दिया जाएगा।