महंगाई के जमाने में अपना घर बनाना ही लोगों के लिए इतना मुश्किल होता जा रहा है, लेकिन क्या आपने कभी सुना है एक दोस्त ने अपने दूसरे दोस्त के लिए घर बना दिया? आज के दौर में ऐसा करना बहुत मुश्किल है पर तमिलनाडु के पुदुकोट्टई के रहने वाले मुत्थुकुमार और के. नागेंद्रन वास्तव में कलयुग के कृष्ण और सुदामा है
नागेंद्रन ने अपने दोस्त की हालत देख उसके लिए नया घर ही बनवा दिया और उन्हें सरप्राइज दिया। आपने सुना होगा कि स्कूल का दोस्त बहुत ही खास होता है क्योंकि वो हमें आगे तक साथ देते है।
अब एक स्कूल के दोस्त ने ऐसी दोस्ती निभाई जिससे कि आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे और खुश भी होंगे क्योंकि ऐसी दोस्ती आपने पहले कभी नहीं देखी होगी। आपको बता दे कि रिपोर्ट के अनुसार, मुथुकुमार और नागेंद्रन दोनों दोस्त हैं।
लॉकडाउन ने 44 वर्षीय ट्रक चालक मुथुकुमार को आर्थिक रुप से प्रभावित किया। लॉकडाउन से पहले तक वो लगभग 10,000-15,000 रुपये कमा लेते थे लेकिन, लॉकडाउन में ऐसे हालात हो गए कि वह मुश्किल से एक- दो हज़ार ही कमा पा रहे थे वह एक झोपड़ी में रह रहे थे और उन्हें परिवार के 6 लोगों के लिए खाने का इंतज़ाम भी करना था।
वहीं, तमिलनाडु में आए गाजा तूफान के कारण उनके घर की छत उड़ गई थी। घर के आसपास के पेड़-पौधे भी टूट गए थे। जिसके कारण उनका पूरा परिवार एक झुग्गी में रहने को मजबूर हो गया। मुत्थुकुमार अपने टिचर के घर गए थे जहां उनकी मुलाकात स्कूल के दोस्त नागेंद्रन से हुई।
30 साल बाद नागेंद्रन से मिलकर मुत्थुकुमार बेहद खुश थे। उन्होंने नागेंद्रन को अपने घर आने का न्यौता दिया। जब नागेंद्रन उनके घर पहुंचे तो उनकी हालत देख काफी हैरान और दुखी हो गए। फिर उन्होंने मदद करने की ठानी।
उन्होंने उनके स्कूल TECL हायर सेकेंडरी के दोस्तों के व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए फंड जुटाया। फंड के जरिये 1.50 लाख इकठ्ठे हो गए और उन्होंने घर बनवाना शुरू कर दिया और पूरा बनवाने के बाद मुत्थुकुमार और उनके परिवार को नया घर गिफ्ट किया।
वहीं मदद करने के बाद नागेंद्रन ने कहा कि ‘भले ही हम संपर्क में नहीं रहे लेकिन स्कूल के दोस्त हमेशा खास होते हैं। हमें अपने दोस्तों की जरुरत में मदद करनी चाहिए’।