दिल्ली से आगरा तक मेट्रो रेल का सफर दूर की कौड़ी लगता था मगर अब यह परिकल्पना साकार रूप लेने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 दिसंबर सोमवार को सुबह 11.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आगरा मेट्रो परियोजना के निर्माण कार्य का उद्घाटन करेंगे।
आगरा के 15 बटालियन पीएसी परेड मैदान में होने वाले इस कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल होंगे। अभी दिल्ली से बल्लभगढ़ तक मेट्रो रेल मार्ग है
और फरीदाबाद से गुरुग्राम तक मेट्रो मार्ग की परिकल्पना लगभग साकार हो रही है। शहरी विकास मंत्रालय के सूत्रों की माने तो अगले चरण में बल्लभगढ़ से होडल तक मेट्रो रेल के लिए हरियाणा सरकार और कोसी बॉर्डर से आगरा तक मेट्रो रेल विस्तार को उत्तर प्रदेश सरकार गति देगी।
दिल्ली से आगरा तक छह मार्गीय राजमार्ग पर स्थानीय शहरों के लिए मेट्रो रेल सार्वजनिक परिवहन सेवा में न सिर्फ एक बड़ा बदलाव लाएगी बल्कि दिल्ली और आगरा के बीच की दूरी भी काफी कम होगी। मेट्रो रेल की कनेक्टिविटी के साथ ही दिल्ली एनसीआर का आगरा तक विस्तार व्यवहारिक रूप में भी हो सकेगा।
-दिल्ली-आगरा के बीच ये हैं प्रमुख शहर
-बदरपुर, फरीदाबाद,एनआइटी, बल्लभगढ़,पलवल,बामनीखेड़ा, होडल, कोसी, वृंदावन, मथुरा, आगरा
आगरा मेट्रो परियोजना के बारे में
आगरा मेट्रो परियोजना में 2 गलियारे शामिल हैं, जिनकी कुल लंबाई 29.4 किलोमीटर है। ये गलियारे ताजमहल, आगरा का किला, सिकंदरा जैसे प्रमुख पर्यटक केन्द्रों को रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों से जोड़ते हैं। इस परियोजना से आगरा शहर की 26 लाख आबादी को लाभ होगा
और हर साल आगरा आने वाले 60 लाख से अधिक पर्यटकों की जरूरतें भी पूरी होंगी। यह परियोजना ऐतिहासिक शहर आगरा को पर्यावरण के अनुकूल एक मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम प्रदान करेगी। इस परियोजना की अनुमानित लागत 8,379.62 करोड़ रुपये होगी और यह 5 वर्षों में पूरी होगी।
इससे पहले, 8 मार्च, 2019 को प्रधानमंत्री ने ‘सीसीएस एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया’ तक 23 किमी लंबे संपूर्ण उत्तर-दक्षिण गलियारे पर लखनऊ मेट्रो के व्यावसायिक संचालन शुरू करने के साथ-साथ आगरा मेट्रो परियोजना का उद्घाटन किया था।