सरकार द्वारा हाल ही में लाए गए 3 किसान कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों को एनआईटी फरीदाबाद के वि धायक नीरज शर्मा ने अपना समर्थन दिया है सिंधु बॉर्डर पर किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी से मिलकर श्री शर्मा ने समर्थन की घोषणा की।
श्री शर्मा ने कहा की भाजपा के प्रचार तंत्र द्वारा यह अफवाह फैलाई जा रही है कि इन तीन नए कानूनों से केवल और केवल हरियाणा और पंजाब का किसान ही परेशान है जबकि देश के अन्य हिस्सों के किसानों को इस कानून से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन वास्तविकता यह है कि बुंदेलखंड और मध्य प्रदेश जैसे अन्य इलाकों के किसान भी लगातार दिल्ली में घुसने की कोशिश कर रहे हैं
और स्वयं मैंने पलवल बॉर्डर पर जाकर उन किसानों से बातचीत की और उनकी पीड़ा को समझने का प्रयास किया है। श्री शर्मा ने कहा कि किसानों का यह आंदोलन लगातार आम जनमानस में अपनी पकड़ बना रहा है और देशभर के स्वयंसेवी संगठन वे संस्थाएं इस आंदोलन को अपना समर्थन दे रही हैं।
इस मसले पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को आड़े हाथों लेते हुए श्री शर्मा ने कहा कि उन्हें वोट किसानों के नाम पर मिली थी कमेरे वर्ग की लड़ाई की दुहाई देकर दुष्यंत चौटाला सत्ता में आए हैं लेकिन आज जब किसानों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं उनकी बात सुनने वाला कोई नहीं है तो दुष्यंत चौटाला को बजाएं सत्ता का साथ देने के किसानों का साथ देना चाहिए
श्री शर्मा ने कहां की आज स्वर्ग में बैठी सर छोटू राम और ताऊ देवीलाल की आत्माओं को अपार दुख की प्राप्ति होगी कि उनके राजनीतिक वारिस किसानों के नाम पर सत्ता में आने के बावजूद किसानों के दुख से जुड़ना नहीं चाहते हैं श्री शर्मा ने सड़क पर लेटे किसानों की दुर्दशा पर भी चिंता जताई। श्री शर्मा ने सरकार से अपील की है कि वह है किसानों की मांगों पर विचार करें और चूंकि यह मांगे बेहद जायज हैं इसलिए इन तीनों कानूनों को निरस्त कर इन किसानों को राहत प्रदान।