चाहिए किसान आंदोलन में साथ तो हरियाणा का हक़ वापस करे पंजाब

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केंद्रीय सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों के नाम पर किसानों के साथ जो अन्याय हुआ, उसे पूरे देश ने देखा है। न्याय की यह मांग पंजाब और हरियाणा के सैकड़ों किसानों को भारत की राजधानी दिल्ली खींच लाई है।

लगभग पिछले 12 दिनों से मौसम के बदलते मिजाज यानी कि ठंड की अगुवाई में किसानों का आंदोलन चरम सीमा पर पहुंच चुका है। वही विपक्षी नेताओं द्वारा जहां इस आंदोलन को पुरजोर से समर्थन किया जा रहा है। वहीं भाजपा नेता अभी भी कृषि बिल को किसानों का हित साबित करने में लगे हुए हैं।

चाहिए किसान आंदोलन में साथ तो हरियाणा का हक़ वापस करे पंजाब

हम बात कर रहे हैं भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शमशेर खान खरकड़ा की। जिन्होंने आज अपने कार्यालय पर पत्रकार वार्तालाप का आयोजन किया और पत्रकारों से बातचीत करते हुए पंजाब को हरियाणा का छोटा भाई बतलाते हुए वह आगे बोले कि पंजाब हरियाणा के हिस्से का पानी न देकर उसका सबसे बड़ा हक मारकर बैठा है।

उन्होंने पंजाब के किसानों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें जरूरत है कि पहले वह हरियाणा का हक वापस दिलाए। इसके अलावा उन्होंने पूर्व विधायक आनंद सिंह दांगी पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व विधायक द्वारा पंजाब किसानों के लिए हलवे का प्रबंध करवाया जा रहा है।

चाहिए किसान आंदोलन में साथ तो हरियाणा का हक़ वापस करे पंजाब

उन्होंने कहा इससे तो स्पष्ट साबित हो जाता है कि कांग्रेस किसान आंदोलन के नाम पर लोगों को भड़काने में जुटी हुई है। उन्होंने किसानों को बहकावे में ना आने की हिदायत देते हुए राजनीति का हवाला देते हुए कहा कि विपक्षी ऐसे मौके पर रोटियां सेकने का कार्य कर रही है और कुछ नहीं।

उन्होंने किसानों को सुझाव देते हुए कहा कि किसानों को जरूरत है कि वह केंद्र सरकार पर भरोसा बनाए रखें, क्योंकि यह सभी निर्णय किसानों के हित के लिए गए है। इसलिए किसानों को समझना होगा की उनकी भलाई केंद्र सरकार द्वारा बनाए हुए कानूनों को अपनाने में ही है।

इससे पहले खरकड़ा ने हाल ही में कार्यकारिणी के नवनियुक्त सदस्यों का फूलमालाओं से स्वागत किया गया। जिसमें जिला उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश बिसला, जिला सचिव मीना वाल्मीकि, महम मंडलाध्यक्ष रोहतास सरपंच भैणी भैरो, मंडल महामंत्री राकेश ठकराल, मुकेश सैनी, मंडल उपाध्यक्ष महलाराम, राजबीर धानक, बिजेंद्र, लीलूराम बेडवा, मंडल सचिव बल्लू नैन, संदीप नेहरा, राजू धानक, मान सिंह वाल्मीकि, विजय अहलावत व कोषाध्यक्ष भैणी सुरजन की सरपंच पिकी देवी शामिल रही।