कोरोना संक्रमण के मरीजों को लेकर हरियाणा और दिल्ली सरकार में टकराव बढ़ गया है। दिल्ली आवाजाही करने वाले लोगों की वजह से हरियाणा में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने का आरोप लगाते हुए मनोहर सरकार के कुछ दिन पहले को दिल्ली से सटी हरियाणा की सभी सीमाएं सील कर दी। हरियाणा सरकार ने कहा है कि दिल्ली से हरियाणा में आवाजाही के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी पास ही मान्य है। हरियाणा सरकार ने राज्य में आवाजाही के लिए दिल्ली सरकार के पास (Pass) अमान्य करार दिया है। हरियाणा का कहना है कि दिल्ली से आ रहे लोग हरियाणा में कोरोना वायरस के वाहक बन गए हैं।
बदरदपुर बार्डर हालांकि कई दिन पहले सील कर दिया गया था, लेकिन दिल्ली से लोगों की आवाजाही नहीं थमी तो अब गुरुग्राम व फरीदाबाद की सीमाएं भी सील करने के आदेश जारी हो चुके हैं। इन तीनों सीमाओं पर हरियाणा सरकार द्वारा अतिरिक्त सख्ती बरती जा रही है। अब फरीदाबाद के लोगो को राज्य सरकार के पास की जगह केंद्रीय सरकार के पास की जरूरत होंगी
इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राष्ट्रीय राजधानी से हरियाणा में कोरोना वायरस के संक्रमण को राेकने के लिए और सख्त कदम उठाए जाने की चेतावनी दी थी। इससे दोनों राज्यों के बीच विवाद बढ़ने की संभावना है।
मनोहरलाल ने कहा कि हरियाणा द्वारा सभी पड़ोसी राज्यों की सीमाओं को सील किया गया है। लॉकडाउन के तीसरे चरण में केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों पर ढील दी जा रही है। आने वाले समय में इसका फिर से रिव्यू किया जाएगा। जनहित में ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट को शुरू नहीं किया गया है। अगर बड़े वाहनों को सड़कों पर उतारा भी गया तो पहले की तरह यात्री सफर नहीं कर पाएंगे। इसलिए दोपहिया वाहनों को अपने जीवन का हिस्सा बना लेना चाहिए। सभी वाहनों को अगर सड़क पर उतरने की छूट दी गई तो शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो सकेगा।
दिल्ली से हरियाणा में कोरोना का संक्रमण फैलने के बाद मनोहरलाल सरकार ने सील किए बॉर्डर
बता दें कि मनाेहरलाल सरकार का कहना है कि दिल्ली के कारण हरियाणा में कोरोना के मामले बढ़े और संक्रमण बढ़ा। दिल्ली मे काम करने वाले लोग हरियाणा के बार्डर क्षेत्र में रहते हैं। इनके दिल्ली से रोज हरियाणा में आने से काेराेना का संक्रमण फैला और इसके काफी मामले सामने आए। सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह सहित कई जगहोें पर कोरोना का संक्रमण दिल्ली से आए लोगों के कारण फैला।
हरियाणा सरकार ने दिल्ली सरकार से अपने यहां के कर्मचारियों को वहीं रोकने को कहा। इसके लिए हरियाणा ने अपने गेस्ट हाउस देने का ऑफर किया। इसके बाद भी हालात नहीं सुधरे तो हरियाणा ने दिल्ली से सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद सहित सभी स्थानों पर बॉर्डर सील कर दिए। हरियाणा ने आवश्यक सेवाओं के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी पास को ही मान्य किया और दिल्ली सरकार के पास को अमान्य करार दिया।
इसके बाद दोनों राज्यों के सरकारों के बीच विवाद पैदा हो गया और बयानबाजी शुरू हो गया। हरियाणा के स्वास्थ्य एंव गृह मंत्री अनिल विज और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन के बीच वार-पलटवार शुरू हो गया। इसके बाद इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी उतर आए और हरियाणा सरकार के कदम का विरोध किया। इसके बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने जवाब दिया और अपनी सरकार के कदम को सही करार दिया।
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