युवा कांग्रेसी नेता भारत अशोक अरोड़ा ने प्रदेश सरकार द्वारा फरीदाबाद के सबसे पुराने अस्पताल बादशाह खान का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्व श्री अटल बिहारी बाजपेई के नाम पर किए जाने के फैसले को शर्मनाक करार दिया। उन्होंने कहा कि बादशाह खान अस्पताल का नाम पूर्व स्वतंत्रता सेनानी अब्दुल गफ्फार बादशाह खान के नाम पर रखा गया।
उन्होंने कहा की आज फरीदाबाद शहर को सुविधाओं कि जरूरत है तो प्रदेश की भाजपा सरकार नाम बदलने में लगी है। बादशाह खान अस्पताल बरसों पुराना फरीदाबाद का मुख्य अस्पताल है और बरसों से लोग इसको बादशाह खान यानी कि बी के अस्पताल के नाम से जानते है।
मगर भाजपा सरकार केवल ओर केवल नाम बदलने की राजनीति कर रही है। भाजपा सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए नाम बदलकर लोगों को बेवकूफ बनाने का काम कर रही है। आज जब शहर के लोगों को मेडिकल सुविधाएं चाहिए, नए डॉक्टर्स चाहिए, मेडिकल स्टाफ चाहिए, आधुनिक उपकरण चाहिए,
तो सरकार नाम बदलकर काम चला रही है। मगर भाजपा सरकार को शायद यह नहीं मालूम की अब लोग उनके झांसे में आने वाले नहीं है। लोगों को काम चाहिए, ताकि उनका भला हो सके ना की नाम बदलने से किसी का भला होगा।