पुलिस को एक व्यक्ति का चालान काटना आखिर क्यों पड़ा मंहगा ? जानिए पूरा मामला

0
247

गुरूग्राम : पुलिस अपने काम में कितनी मुस्तेत है इसका अंदाजा आपको उनकी ड्यूटी करने से लग जायेगा । सभी पुलिसकर्मि किसी भी शहर के नाके पर अपनी कार्यप्रणाली को अंजाम देते हुए दिखते है लेकिन कभी कभी इनके साथ “आ बैल मुझे मार ” वाली कहावत सिद्ध हो जाती है।

महामारी के चलते लोगो ने मास्क पहनना शुरू किया जिससे लोगो तक यह बीमारी ना पहुँचे ,लेकिन धीरे धीरे इस बीमारी का डर लोगो मे खत्म होने लगा .फिर सभी ने मास्क को लेकर लापरवाही बरतनी शुरू कर दी ।

पुलिस को एक व्यक्ति का चालान काटना आखिर क्यों पड़ा मंहगा ? जानिए पूरा मामला

फिर पुलिस ने भी लोगो पर चालान का चाबुक चलाना शुरू कर दिया ताकि लोग डर के कारण ही सही पर मास्क पहने । लेकिन गुरूग्राम पुलिस को एक व्यक्ति का चालान काटना महंगा पड़ गया ।

हुआ यूं कि पिछले सप्ताह झाड़सा रोड पर कुशेश्वर भगत नामक व्यक्ति का फोटो गुरूग्राम पुलिस द्वारा खिंचा गया ताकि व्यक्ति तर्क- वितर्क ना कर सके ,और इसके बाद चालान काट दिया। जब कुशेश्वर भगत ने कहा कि उनके पास मास्क है। पानी पीने के लिए मास्क को उतारकर जेब में रखा था। क्या मास्क पहनकर पानी पी सकते हैं?

पुलिस को एक व्यक्ति का चालान काटना आखिर क्यों पड़ा मंहगा ? जानिए पूरा मामला

इस सवाल का पुलिसकर्मी के पास कोई जवाब नहीं था। तर्कविहीन पुलिसकर्मी यही कहता रहा कि अब तो चालान कट गया भाई, पैसे तो देने ही होंगे। इस पर कुशेश्वर भगत ने कहा कि वह इस बात की शिकायत ऊपर तक करेंगे तो पुलिसकर्मी के चेहरे पर पसीना आ गया। इस घटना से पुलिसकर्मी को अहसास हुआ कि सोच-समझकर चालान काटना चाहिए।

अगर बात करते है फरीदाबाद की पुलिस यहां पर भी मास्क को लेकर सक्रिय नजर आ रही है यदि बिना मास्क के आप घर से बाहर निकल रहे है तो आपको भी पुलिस के चालान से बचना मुश्किल हो सकता है तो अपना मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकलें ।