शहरवासियों ने ली राहत की सांस, पिता की रिपोर्ट आई नेगेटिव जिले में नहीं पाया कोई भी यूके स्ट्रेन पाॅजिटिव

जिले के लोगों के लिए अच्छी खबर है। यूके के स्ट्रेन अभी जिले में पाव नहीं पसारे है। लोग अभी राहत की सांस ले सकते है। क्योंकि कुछ दिन पहले स्वास्थ्य विभाग की ओर से यूके से आई महिला को कोविद टेस्ट किया गया। लेकिन उक्त महिला का कोविद टेस्ट तो नेगेटिव आया लेकिन उनके पिता का पाॅजिटिव आया। जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम दोबारा से सचेत हो गई।


सीएमओ डाॅक्टर रणदीप सिंह पुनिया ने बताया कि कुछ दिन पहले एक महिला यूके से फरीदाबाद आई थी। लेकिन उक्त महिला का कोविद टेस्ट दिल्ली के एयरपोर्ट के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी कोविद टेस्ट किया था। दोनों समय महिला की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने महिला के संर्पक में आए सभी लोगों के भी कोविद टेस्ट करवाया गया। जिसमें महिला के पिता का कोविद पाॅजिटिव आया। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से यूके का स्ट्रेन टेस्ट की जांच की गई।

शहरवासियों ने ली राहत की सांस, पिता की रिपोर्ट आई नेगेटिव जिले में नहीं पाया कोई भी यूके स्ट्रेन पाॅजिटिव

जिसके लिए सैंपल को दिल्ली की लैब भेजा गया। दिल्ली की लैब से उक्त व्यक्ति की रिपोर्ट आ गई। जोकि नेगेटिव है। सीएमओ का कहना है कि यूके का स्ट्रेन अभी जिले में दस्तक नहीं दी है। इसलिए लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि पहले भी एक महिला जोकि यूएस से यूके होकर फरीदाबाद आई थी। उस महिला की भी कोविद टेस्ट की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई थी। जिसके बाद न्यू स्ट्रेन की पुष्टि के लिए रिपोर्ट दिल्ली भेजी गई। लेकिन उक्त महिला की न्यू स्ट्रेन की रिपोर्ट नेगेटिव आई। उन्होंने बताया कि अगर किसी व्यक्ति के पास कोई यूके व विदेश से आने वाला कोई भी व्यक्ति रहे रहा है तो वह उसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दे सकते है

पिता के अंतिम संस्कार में आने के लिए मांगी इजाजत


गुरूगाम में एक व्यक्ति यूके से वापिस आया है। उसको कोविद का टेस्ट करवाया गया। लेकिन वह नेगेटिव आया है। लेकिन उसके बाद वह कुछ दिनों के लिए घर पर क्वांटम हो रखे है। जिसके चलते बुधवार को उनके पिता की मृत्यु हो गई। लेकिन उक्त व्यक्ति के पिता फरीदाबाद में रहते है। जिसके चलते उन्होंने जिले के स्वास्थ्य विभाग से अंतिम संस्कार में आने के लिए परमिशन मांगी। जिसके बाद सीएमओ ने उनको कहा कि वह आ सकते है। लेकिन जिस गाड़ी में आएंगें वह अकेले ही चलाकर आएंगें। इसके अलावा वह सोशल डिस्टेंसिंग व सेनेटाइजेशन का भी पूर्ण रूप से प्रयोग करेंगें। इसके अलावा उनको यह भी कहा गया है कि वह पीपी किट का प्रयोग करें तो सबसे अच्छा होगा। इसको लेकर जिले की स्वास्थ्य विभाग की ओर से परमिशन दे दी है।

Avinash Kumar Singh

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