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एक बार फिर गयी विजिबिलिटी, धीमी हुई वाहनों की रफ्तार, जाने क्या रही होगी इसकी वजह

महामारी के चलते आज पूरा देश इससे लड़ रहा है वहीं कड़ाके की ठंड और बढ़ती धुंध से लोग परेशान होते नज़र आ रहे है। मौसम भी अजीब करवटे ले रहा है कभी तेज़ ठंडी की हवाए चलती है तो कभी आसमान में बादल मंडरा रहे होते है।

आज भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। मौसम का गिरता तापमान और बढ़ती धुंध से लोगो को काफी परेशानियां हुई।

एक बार फिर गयी विजिबिलिटी, धीमी हुई वाहनों की रफ्तार, जाने क्या रही होगी इसकी वजहएक बार फिर गयी विजिबिलिटी, धीमी हुई वाहनों की रफ्तार, जाने क्या रही होगी इसकी वजह

सर्दिया शुरू होते ही प्रदूषण और कोहरे की स्तिथि बेहद खराब होने लगती है। सुबह तेज़ हवा के साथ आज बढ़ती मात्रा में पॉल्युशन के आषाढ़ देखने को मिले। बात की जाए रेड लाइट वाली जगहों की तो पॉल्युशन के चलते पुलिस को हर मोड़ पर तैनात रहना पड़ता है।

अपने घरों से जल्दी निकल कर लोगो की सावधानी के लिए पुलिस कर्मियों को रेड लाइट पर उपस्थित रखनी पड़ती है ताकि आने जाने वाहनों में बैठे लोग इससे परेशान ना हो। और बात की जाए गांव में रहने वाले लोगो की तो यहां शहर के मुकाबले ज्यादा कोहरा दिखाने को मिलता है।

कुछ क्षेत्रों में यह पाया गया कि बढ़ते कोहरे के चलते करीब 5 मीटर की दूरी पर खड़े लोग भी नज़र नहीं आ रहे थे। आसमान में घने बादल के कारण धूप काफी कम निकली। सुबह की हालत के अनुसार लोगो को आज दफ्तर जाने में दिक्कत हुई। बढ़ते कोहरे की वजह से सड़कों पर वाहनों को चलने में दिक्कतें आई जिसके कारण काई मौते भी हो चुकी है।

यह देखा गया कि प्रदूषण की वजह से करीबन 4 हज़ार लोगो की मौत हुई। मेट्रो चलाने वाले कर्मियों को इससे काफी दिक्कतें हो जाती है क्योंकि कोहरे ओर प्रदूषण की वजह से नज़ीदीकि चीज़े भी नहीं दिख पाती।

सवाल यह बनता है कि प्रदूषण से होने वाली बीमारिया कोनसी है ? क्या इसके लक्षण है ? बात की जाए इसके लक्षणों की तो हमेशा थकान लगाना, सांस फूलना, गले में खराश, सीने में जकड़न, सांस लेने मंजन परेशानी और खासी से बलगम आना। और कुछ ऐसी बीमारियां जैसे गले में खराश, नाक में खुजली, आंखों में जलन और खासी जुखाम जैसी बीमारियां है जो प्रदूषण का कारण बनती है।

बढ़ती उम्र के कारण बुजुर्गों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है वही अगर खुली हवा ना मिल पाए तो इससे उन्हें काफी दिक्कतें होने लगती है जिसके कारण उनके फेफड़ों में ताजी हवा का फिल्टर नहीं हो पाता। आगे चलकर उन्हें अपनी सेहत को स्वस्थ रखने के लिए दवाइयों का इस्तेमाल करना पड़ता है।कमजोर इम्युनिटी सिस्टम की वजह से कभी कभार उन्हें सांस लेने में दिक्कतें हो जाती है जिसका प्रमुख कारण है।

2020 अक्टूबर में शुरू हुई मुहिम ‘ रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ ‘ बनाई गई जिसका मुख्य कारण था वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण को कम करना। यह मुहिम से लोग जागरूक हुए और उनमे एक नया जोश देखने को मिला।

Written by – Aakriti Tapraniya

Avinash Kumar Singh

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Avinash Kumar Singh
Tags: Pollution

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