स्वास्थ्य विभाग के द्वारा 26 फरवरी को जिले के 10 जगहों के कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए। जिसमें ज्यादातर पॉश इलाके हैं। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इससे पहले 15 जगहों को कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए थे। लेकिन उसको घटाकर अब 10 कर दिए हैं ।
पहचान फरीदाबाद की टीम ने कंटेनमेंट जोन जिन्हें घोषित किया गया है। उसका टीम के द्वारा जांच की गई कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा वहां पर किस प्रकार से सावधानी बरती जा रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एरिया में क्या-क्या सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है या नहीं।
पहचान फरीदाबाद की टीम ने सबसे पहले सेक्टर 15 जो कि जिले का सबसे पॉश सेक्टरों में से एक है। उसका निरीक्षण किया। सेक्टर 15 में पांच ऐसी गलियां है। जिनको कंटेनमेंट जोन में घोषित किया गया है। उनमें से मकान नंबर1038 से लेकर 1042, मकान नंबर 802 से 806, मकान नंबर 250 से 254, मकान नंबर 468 से 472 और मकान नंबर 182 से 186 मकानों को कंटेनमेंट जोन के अंदर घोषित किया गया है।
इन मकानों का जब निरीक्षण किया गया तो पाया कि इन मकानों के आगे न तो किसी भी प्रकार की कोई भी बैरिकेटिग की गई है। इसके अलावा इन मकानों के आगे कोई भी नोटिस भी नहीं लगाया गया है, जिससे यह पता चल सके कि यह मकान या इस गली के चार या पांच मकान कंटेनमेंट जोन के अंदर आते हैं।
इन गलियों पर लोगों का आवागमन आम जनजीवन की तरह चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जिन भी स्पेक्टर को कंटेनमेंट जोन के अंदर रखा गया है उन सेक्टर वासियों को कोई भी जानकारी नहीं है।
क्योंकि अभी तक उनके पास किसी प्रकार का कोई फोन या नोटिस नहीं आया है। कि उनके सेक्टर के यह मकान या फिर यूं कहें उन्हीं के खुद का मकान कंटेनमेंट जोन के अंदर है।
सेक्टर 15 के मकान नंबर 186 में रहने वाले नीतिन ने बताया कि उनकी गली को कंटेन्मेंट जोन के अंदर रखा गया है। इसके जानकारी उनको नही है। उन्होंने बताया कि उनको कोविद हुआ था लेकिन उनके मकान को छोड़ कर सभी को कंटेन्मेंट जोन के अंदर रखा गया है। जोकि उनको नही पता।
वही सेक्टर 15 आर डब्ल्यू ए के प्रधान नीरज ने बताया कि उनके सेक्टर कंटेन्मेंट जोन मैं है उनको कोई जानकारी नही है। अगर इस हुआ है उनकी टीम पूरी तरह से तैयार है। लोगों के घरों तक समान पहुंचाया जाएगा।
उसके बाद पहचान फरीदाबाद की टीम के द्वारा सेक्टर 14 का निरीक्षण किया गया। तो वहां पर मकान नंबर 656 जो कि कंटेनमेंट जोन के अंदर आता है। उसकी जांच की गई, तो पाया गया कि वह मकान कई सालों से बंद पड़ा है।
उस मकान में कोई भी व्यक्ति नहीं रहता है। मकान में ताला लगा हुआ है। उस मकान के अंदर कूड़े का ढेर लगा हुआ है। वह जगह जगह झाड़ियां उगी हुई है। उसे देखकर ऐसा लगता है कि उस मकान में कई सालों से कोई भी व्यक्ति ना तो रहने के लिए आया है ना ही उस मकान को कभी खोला गया है।
अगर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उस मकान को कंटेनमेंट जोन के अंदर घोषित किया गया है। तो वहां पर कोई भी व्यक्ति नहीं रहता है। इसके अलावा सेक्टर 14 में जब हमने अन्य गलियों की पड़ताल की। तो पाया कि किसी भी गली में किसी भी मकान के आगे कोई भी ब्रेकटिंग या नोटिस नहीं लगाया गया है।
यहां तक कि सेक्टर 14 के रहने वाले लोगों को जिनका मकान कंटेनमेंट जोन के अंदर आया है, उनको पता ही नहीं है कि उनका मकान कंटेनमेंट जोन के अंदर आया है। जब पहचान फरीदाबाद की टीम ने उनको बताया कि उनका मकान कंटेनमेंट जोन के अंदर है तो उन्होंने कहा कि हमें तो इस बारे में कोई जानकारी ही नहीं है।
उन्होंने यह भी बताया कि उनके मकान में पिछले 1 साल से कोई भी कोविद का मरीज नहीं पाया गया । उसके बावजूद भी अगर उनके मकान को कंटेनमेंट जोन के अंदर घोषित किया गया है, तो उसका क्या मापदंड है उनको नहीं पता है।
सेक्टर 15 व सेक्टर 14 का निरीक्षण करने के बाद टीम में सेक्टर 7 का निरीक्षण किया। सेक्टर 7 में मकान नंबर 501 से लेकर 542 के मकानों को कंटेनमेंट जोन के अंदर रखा गया है। लेकिन इन मकानों के बीच में भी कई ऐसे मकान पाए गए हैं जो कि कई सालों से बंद पड़े हैं ।
सेक्टर 7 के मकान छोटे छोटे होने की वजह से काफी कन्जेस्टेड है। सेक्टर 7 में लोगों के द्वारा बिना किसी सुरक्षा के कार्य किया जा रहा है। ना तो उनके द्वारा मास्क का प्रयोग किया जा रहा है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का।
जिस एरिया को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। उस एरिया के सामने एक पार्क बनाओ है। जहां बच्चे व बड़े भी बिना मास्क के घूम रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बस एक लिस्ट जारी कर दी गई है, कि जिले के 10 जगहों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
डिप्टी सीएमओ डॉ राम भगत का कहना है कि उनके द्वारा जो लिस्ट कंटेनमेंट जोन की घोषित की गई है। उसका कोई मापदंड नहीं है। वह रैंडम ली गई है।
महामारी के दौरान उस एरिया में कभी कोई मरीज पाया गया होगा, इसीलिए उसको कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। अगर उसमें कुछ मकान बंद पाए गए हैं, तो वह भी कंटेनमेंट जोन के अंदर है। लेकिन कंटेनमेंट जून को घोषित करने का किसी भी प्रकार का कोई रूल रेगुलेशन नहीं है।
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