अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का इंतज़ार करोड़ों भारतीय बेसब्री से कर रहे हैं। रामलल्ला को मंदिर में देखने के लिए करोड़ों आँखें तरस रही हैं। मंदिर निर्माण का काम शुरू हो चुका है। श्रीलंका स्थित सीता एलिया के पत्थर का अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसा माना जाता है कि माता सीता को रावण ने श्रीलंका में इसी स्थान पर बंदी बनाकर रखा था।
इस जगह की अहमियत श्रीलंका और भारत दोनों में बहुत मानी जाती है। करोड़ों लोगों की आस्था इस पवित्र जगह से जुडी हुई है। श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, ‘अयोध्या में राम मंदिर के लिए श्रीलंका स्थित सीता एलिया के पत्थर का इस्तेमाल भारत और श्रीलंका के संबंधों की मजबूती का स्तम्भ बनेगा।
राम मंदिर निर्माण का कार्य जोरो से चल रहा है। श्रद्धालु इसका पूर्ण होने का इंतज़ार कर रहे हैं। थोड़ा इंतज़ार अब रह गया है। आपको बता दें, लंका से आया पत्थर अयोध्या पहुंच गया है। सीता एलिया में माता सीता का मंदिर है और ऐसा माना जाता है कि इसी स्थान पर लंकापति रावण ने उन्हें बंदी बनाकर रखा था और यहीं माता सीता भगवान राम से प्रार्थना किया करती थीं कि वह उन्हें बचाकर ले जाएं।
राम मंदिर के भूमिपूजन के बाद से ही श्रद्धालु दिल खोलकर इसके निर्माण में दान दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल अयोध्या में राम मंदिर का ‘भूमि पूजन’ किया था। इसी के साथ भाजपा की वह ‘मंदिर मुहिम’ पूरी हो गई, जो तीन दशक तक उसकी राजनीति का अहम हिस्सा रही और जिसने उसे सत्ता में शीर्ष पर पहुंचाया।
500 से अधिक वर्षों का इंतज़ार हर हिंदू ने इन क्षणों के लिए किया है। लेकिन काफी लोग ऐसे भी हैं जिन्हे राम से अस्तिव्त पर ही यकीन नहीं है। उन्हें लगता है राम तो बस एक कल्पना हैं।
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