Categories: Featured

यूट्यूब से खेती सीख कर इस किसान ने उगाये दुनिया के सबसे महंगे आम, जानें कैसे

अगर कुछ दिखाने की ज़िद्द हो तो, बहाने नहीं बस रिकॉर्ड बनते हैं। आइडिया आपको कहीं से भी मिल सकता है। बस आपको उस आइडिया पर काम करने की ज़रूरत होती है। आपने सुना होगा कि मियाजाकी को दुनिया का सबसे महंगा आम कहा जा रहा है। राजस्थान के एक किसान ने इसे उगने में सफलता पायी है। कोटा से लगभग 15 किमी दूर स्थित गिरधापुरा में रहनेवाले किसान, श्री किशन सुमन ‘मियाज़ाकी आम’को उगाने की कोशिश कर रहे थे उन्हें सफलता मिली है और उनके बगान में मियाज़ाकी आम के तीन पौधे हैं, जिसने इस बार फल दिया है।

कुछ नया सीखने की बैचेनी चैन से नहीं बैठने देती है। दिल में जो काम करने का ठाना जब तक वो नहीं होता नींद भी गायब हो जाती है। इस किसान के साथ ऐसा ही हुआ है। मियाज़ाकी, आम की एक विशेष किस्म है, जिसे दुनिया के सबसे महंगे आम के रूप में जाना जाता है। यह 2.7 लाख रुपये प्रति किलो तक बिकते हैं। कोंकण की अल्फांसो आम दुनियाभर में प्रसिद्ध है। जबकि मध्यप्रदेश का 3.5 किलों वाला नूरजहां हाल ही में लोकप्रिय हुआ है।

यूट्यूब से खेती सीख कर इस किसान ने उगाये दुनिया के सबसे महंगे आम, जानें कैसे

आज इस किसान ने अपनी कड़ी मेहनत से बहुत कुछ हासिल कर लिया है। किसान श्री किशन दो एकड़ जमीन के मालिक हैं। वह बताते हैं कि मियाज़ाकी आम का छिल्का लाल होता है और इसके गूदे का रंग चमकीला नारंगी रंग का होता है। जो कुछ हद तक जेली की तरह होता है। यह आम काफी मीठे होते हैं और अन्य किस्मों के आकार के ही होते हैं। यह आम बहुत दुर्लभ है इसलिए यह बहुत महंगा है।

मेहनत का फल मिलता ज़रूर है। आप तत्परता से अगर काम करते हैं तो कोई भी आपकी मेहनत का फल आपसे नहीं ले सकता है। इस किसान को भी मेहनत का फल मिल गया है। यह आम अमेरिका के फ्लोरिडा में उगाए जाने वाले इरविन आम से आता है। इसे जापान के क्यूशू आईलैंड पर उगाया जाता है। 80 के दशक में इसे फ्लोरिडा से जापान लाया गया था। अगर आम के अनुकूल मौसम में इसे उगाया जाता है तो दूसरे आम की तुलना में इसमें 15 फीसदी अधिक शुगर होता है। वजन लगभग 350 ग्राम हो सकता है और यह एक अलग लाल रंग का हो जाता है।

उनके गांव के आस – पास के लोग भी उनसे प्रेरित हो रहे हैं। उन्हें मियाजाकी आम के बारे में यूट्यूब से जानकारी मिली और इससे वह काफी प्रभावित हुए। भारत में इसे उगाया जा सकता है या नहीं और इसकी कमर्शियल वैल्यू की जानकारी हासिल करने के लिए उन्होंने अपने दोस्तों से बात की। इसके बाद उन्होंने विदेशी फलों से पैसा कमाने के बारे में सोचा। फिर उनके दोस्त ने उन्हें साल 2018 में तीन पौधे दिये जो उनके दोस्त ने थाईलैंड से मंगवाये थे।

Avinash Kumar Singh

Recent Posts

ओम योग संस्थान ट्रस्ट ने हर्षोल्लास के साथ अपना अपना 26 वां वार्षिक उत्सव

ओम योग संस्थान ट्रस्ट, ओ३म् शिक्षा संस्कार सीनियर सेकेण्डरी स्कूल पाली , फ़रीदाबाद, हरियाणा, भारत…

1 month ago

एचिस्टा 2K24: संगीत, कला और प्रतियोगिता से भरपूर दूसरा दिन

ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद में आयोजित वार्षिक तकनीकी-सांस्कृतिक-खेल उत्सव, एचिस्टा 2K24 का दूसरा दिन…

1 month ago

एचिस्टा 2K24: ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में नवाचार, संस्कृति और रचनात्मकता का शानदार समापन

एचिस्टा 2K24 का भव्य समापन ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में हुआ, जो तीन दिनों की…

1 month ago

ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद का ECHIESTA 2K24 उद्घाटन समारोह: एक शानदार शुरुआत

फरीदाबाद के ऐशलॉन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में तीन दिवसीय "ECHIESTA  2K24" का आज उद्घाटन हुआ।…

1 month ago

IMT मेंं पांच दिन करेंगे सिहोर वाले प्रदीप मिश्रा भगवान शिव का गुणगान,सजा पंडाल

बल्लबगढ़ स्थित सेक्टर-66 आईएमटी फरीदाबाद में लगभग 80 एकड़ में होने वाली पांच दिवसीय शिव…

2 months ago

केंद्रीय विद्यालय संगठन ने आयोजित किया ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता

विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु दृढ़ संकल्प को मन,वचन व कर्म से निभाते हुए विभिन्न…

3 months ago