हिमाचली खाने का स्वाद लेने के लिए अब दिल्ली एनसीआर वालों को हिमाचल जाने की जरूरत नहीं है। हिमाचली व्यंजनों का स्वाद अब हिमाचल भवन में ले सकेंगे। इस हफ्ते से हिमाचल प्रदेश राज्य पर्यटन निगम ने भवन के कैंटीन में नई हिमाचली थाली परोसना शुरू कर दिया है। इस थाली में कुल 8 व्यंजन होंगे।
कैंटीन में पहले भी हिमाचली थाली मिलती थी, जिसमें सेपु वडी, मदरा, चावल और एक मीठा व्यंजन परोसा जाता था और इसकी कीमत 120 रुपए प्रति थाली होती थी। वहीं, अब इसमें बदलाव करते हुए हिमाचली थाली में 8 व्यंजनों को शामिल किया गया है।
कैंटीन में पहले भी हिमाचली थाली मिलती थी, जिसमें सेपु वडी, मदरा, चावल और एक मीठा व्यंजन परोसा जाता था और इसकी कीमत 120 रुपए प्रति थाली होती थी। वहीं, अब इसमें बदलाव करते हुए हिमाचली थाली में 8 व्यंजनों को शामिल किया गया है।
अब इस थाली की कीमत 150 रुपये है और इस थाली में लोग हिमाचल के लोकप्रिय व्यंजन जैसे राजमा मदरा, सेपु वड़ी, तेलिया माश दाल, चम्ब्याली पलदा, खट्टा मीठा रायता, मूंग की दाल, चने की दाल, मिस्सी रोटी, मीठा भात, सादे चावल और प्याज सिरके वाला अचार मिर्ची का आनंद ले सकेंगे।
हिमाचल प्रदेश राज्य पर्यटन निगम से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि एकरसता से बचने के लिए हिमाचली थाली में व्यंजनों को बदला भी जाएगा, ताकि लोगों को हर बार नया स्वाद मिल सके।
आर्डर पर अब विशेष प्रकार के हिमाचली व्यंजन भी कैंटीन में मिलेंगे, जिनमें छाह मीट, बाथू की खीर, खट्टा कद्दू, चना मद्रा, चिकन अनारदाना, कचालू का सालन और मंडयाली का खट्टा भी शामिल हैं।
बता दें कि हिमाचली व्यंजन न केवल अपने स्वाद के लिए, बल्कि अपनी सादगी और पौष्टिकता के लिए भी लोकप्रिय हैं। यहां के अधिकतर व्यंजनों में प्याज टमाटर का उपयोग नहीं किया जाता, बल्कि दही या छाछ में ग्रेवी बनायीं जाती है जो पाचन में सहायक होती है।
मसाले भी विशेष पहाड़ के होते हैं और इससे खाने को विशेष तरह का स्वाद मिलता है। थाली में कांगड़ा जिलों के लोकप्रिय व्यंजन राजमा मदरा और चम्ब्याली पलदा, मीठा भात चम्बा शामिल हैं।
उसी तरह सेपु वड़ी मंडी जिला और तेलिया माश बिलासपुर जिला के लोकप्रिय व्यंजन हैं। सेपु वड़ी उड़द की दाल और पालक की ग्रेवी में बनाया जाने वाला अति स्वादिष्ट व्यंजन है और इसके बिना हिमाचली धाम अधूरा होता है।
मीठा भात घी, शक्कर, केसर और मेवों के साथ बनता है। चम्ब्याली पलदा सफ़ेद चने और दही से, वहीं राजमा मद्रा राजमा और दही से बनाया जाता है।
बता दें कि पहले हिमाचल भवन की कैंटीन में फिक्स्ड मेन्यू परोसा जाता था, लेकिन इसमें बदलाव करते हुए अब आर्डर पर हिमाचली, चाईनीस, नार्थ इंडियन, साउथ इंडियन और नॉन वेज के साथ साथ बेवरेज और डेज़र्ट भी मिलते हैं।
हिमाचल भवन सिकंदरा रोड पर मध्य दिल्ली में मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन के पास में स्थित है। शहर के बीच में अच्छे और सुविधाजनक स्थान पर स्थित होने और स्वादिष्ट खाने की उपलब्धता के कारण हिमाचल भवन की कैंटीन में हमेशा लोगों की भीड़ रहती है।
बता दें कि मेन्यू में हुए नए बदलाव के बाद हिमाचली थाली की बिक्री पहले से भी ज्यादा हो रही है। पहले ही दिन 40 थालियां बिकीं। आशा है कि आने वाले दिनों में ये संख्या और तेजी से बढ़ेगी। इस थाली को न केवल दिल्ली में रह रहे हिमाचली बल्कि गैर हिमाचली भी इसका स्वाद चखने हिमाचल भवन आएंगे।
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