संक्रमण के बढ़ते कहर को देखते हुए हर कोई अब संक्रमण को रोकने वाली डोज लेने के लिए जागरूकता दिखा रहे हैं। वहीं लंबी कतार में खड़े लोग घंटों तक इंतजार कर वैक्सीन की डोज लेने के लिए कोई कोताही नहीं बरत रहें हैं। यहीं कारण हैं कि दिन प्रतिदिन बढ़ने वाले संक्रमित मामलों पर अब कहीं जाकर रफ्तार कम दर्ज की जा रही हैं। इसमें स्वास्थ्य विभाग भी अपना अहम रोल अदा कर रही हैं।
यही कारण है कि अब हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि कोविद के दौरान बेहतरीन कार्य करने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को राज्य-जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा तथा साथ ही सभी सदस्यों का टीकाकरण होने वाले घर ‘ग्रीन स्टार हाउस’ के नाम जाना जाएगा ताकि अन्य लोग भी वैक्सीन लगाने के लिए प्रोत्साहित हो सकें।
वहीं आगामी आने वाले त्यौहारी सीजन को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को कड़े लहजे में निर्देश देते हुए कहा कि खाद्य सामग्री से संबंधित जांच में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और नकली खाद्य सामग्रियों की बिक्री पर पूरी तरह से नकेल कसकर कानूनी कार्रवाई की जाए।
इसके अलावा, केंद्र सरकार ने पीएम केयर फंड से हरियाणा को 22 अन्य ऑक्सीजन प्लांट देने का ऑफर दिया है। इसी प्रकार सामाजिक दायित्व के अंतर्गत मिले 22 ऑक्सीजन प्लांट्स में से 20 को चालू कर दिया गया है तथा सीएसआर के अंतर्गत 18 अन्य प्लांट जल्द आने वाले हैं। उन्होंने कहा कि 50 बेड्स से ऊपर के सभी अस्पतालों में पीएसए प्लांट लगाए जाएंगे ताकि हरियाणा में ऑक्सीजन की कमी न रहे।
विज ने आगे विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की सभी 92 नगर पालिकाओं में कार्यरत सभी कर्मियों का भी टीकाकरण भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कुल 40 कोविड जांच प्रयोगशालाएं हैं जिनमें से 19 सरकारी और 21 निजी हैं। इनमें प्रति दिन लगभग 1.30 लाख सैम्पल की जांच की जा रही है। राज्य के फतेहाबाद, हिसार, नारनौल, कुरुक्षेत्र, चरखी-दादरी, कैथल, झज्जर और पलवल में आठ नई मोलीक्यूलर प्रयोगशालाएं स्थापित की जा रही हैं। इसी प्रकार राज्य के लगभग 1.73 करोड़ लोगों की अब तक जांच की जा चुकी है। इनमें 65 प्रतिशत लोगों में आईएलआई (इंफ्लूएंजा लाइक इलनेस) के लक्षण पाए गए हैं।
वहीं उन्होंने अधिकारियों को घर-घर जाकर पात्र लोगों के कोविड का दूसरा टीकाकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में गत 23 सितंबर तक कुल 2,17,79,655 लोगों का टीकाकरण किया गया है जिनमें 1,59,86,337 लोगों को पहला और 57,93,318 को दूसरा टीकाकरण किया गया है। इसके अलावा, स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों में 99 प्रतिशत को पहला और 93 प्रतिशत को दूसरा टीका लगाया जा चुका है। इसी प्रकार, फ्रंटलाइन वर्करों में 103 प्रतिशत को पहला और 99 प्रतिशत को दूसरा टीका लगाया जा चुका है।