वही कोसली विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने इनकी प्रशंसा में कहा ‘कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता , एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो’। यह कहावत इन दिव्यांग जनों ने चरितार्थ कर के दिखाई है। दिव्यांग्यता को अभिशाप समझने वाले लोगों के लिए यह सभी प्रेरणा स्रोत हैं।
शियाचिन ग्लेशियर जहां -50 डिग्री तापमान रहता है, ऐसे ग्लेशियर की 15632 फुट ऊंची चोटी को फतह करने वाले रेवाड़ी के निवासी हवलदार अजय कुमार यादव और उनके साथियों के हौसले की खुद पीएम मोदी ने प्रशंसा की है।उन्होंने मन की बात कार्यक्रम में उनकी हिम्मत का जिक्र कर सैल्यूट किया ।
इस फतह को हासिल करने में लद्दाख , जम्मू कश्मीर,उत्तराखंड और करौली के हवलदार अजय कुमार सहित आठ लोग शामिल थे। जिन्होंने माइनस 50 डिग्री तापमान में भी यह फतह हासिल करने में कुल 8 दिन लगाए जिसमे 5 दिन चढ़ने और 3दिन उतरने में लगाए। इस टीम को ग्रामीणों ने खुली जीप में गाजे-बाजे के साथ समारोह स्थल पर लाए , जहां इनका सम्मान लोई व स्मृति चिन्ह के साथ किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में पूरी टीम के हौसले की सराहना करते हुए कहा कि भविष्य में इन्होंने जो भी लक्ष्य रखा है वो जरुर हासिल होगा। और इस लक्ष्य को हासिल करने में उन्हें सरकार के जो भी सहायता चाहिए सरकार इस सहयोग करने के लिए तैयार है।
पीएम मोदी ने कहा कि खिलाड़ी नशे की लत छोड़कर मैदान की लत में जुड़ेंगे तो सफलता अवश्य हासिल होगी।
परमात्मा एक दरवाजा बंद करता है तो चार दरवाजे खोल भी देता है । हिम्मत और साहस रखने वाले लोगों को सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। सभी दिव्यांग लोगों के लिए इन दिव्यांग जनों ने एक मिसाल कायम कि है। इस दौरान करौली गांव के ग्रामीणों ने कोसली विधायक के समक्ष स्टेडियम बनवाने की मांग रखी, जिस पर विधायक ने आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी मांग पूरी होगी।