रविवार को मेवात ज़िले की नूंह विधानसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार रहे पूर्व विधायक ज़ाकिर हुसैन को जोरदार झटका लगा जब उनके दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं ने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस के विधायक व सीएलपी उप नेता आफताब अहमद को अपना समर्थन दे दिया।
मेवात विकास बोर्ड के सदस्य रहे हाजी एजाज ने अपने दो दर्जन से अधिक परिवारों व समर्थकों के साथ बीजेपी को अलविदा कह दिया, ब्लॉक समिति के सदस्य असद रज़ा भी बीजेपी छोड़ने वालों में शामिल हैं। नूंह विधायक आफताब अहमद के समर्थन में इन्होंने सलंबा गांव में जोरदार कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें इलाके के विभिन्न गांव के काफी सरपंच, पार्षद, वकील, बुद्धिजीवी व समाजसेवी लोग मौजूद रहे।
समर्थन समारोह में बोल रहे चौधरी आफताब अहमद ने कहा कि आज सभी अमन पसंद व जिम्मेदार लोगों को ये बात समझ आ गई है कि बीजेपी व उनके नेता सिर्फ अपने फायदे व निजी स्वार्थ के लिए सत्ता भोग रहे हैं जबकि आम इन्सान और इलाके की बेहतरी उनके लिए कोई मुद्दा नहीं है।
दर्जनों परिवारों का बीजेपी व उनके नेता को छोड़ना इस बात का भी सबूत है कि बीजेपी व उनके नेताओं का जूठ का ढोल फट गया है। आफताब अहमद ने कहा कि वो सारे मेवात को एक धागे में पिरोकर सभी वर्गों और धर्मों को एक साथ लेकर चलेंगे ताकि बीजेपी की नफ़रत भारी राजनीति को उखाड़ फेंके।
नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने बीजेपी उम्मीदवार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले दो सालों से वो हारने के बाद चण्डीगढ़ में सरकार की खुशामद कर रहे हैं ताकि अपने लिए कोई पद पा सकें जबकि जनता के काम तो दूर उनका फोन तक वो नहीं उठाते हैं। राजनीति में हार जीत चलती रहती है लेकिन इतना स्वार्थ आश्चर्यजनक है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि आज गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की विचारधारा को गांधी की सरजमीं मेवात में भी कुछ जयचंद इसलिए बढ़ा रहे हैं ताकि उनके खुद के स्वार्थ पूरे हो सकें। जब लोग एक छोटे से पद के लिए कई चोले ओढ़कर अपने ज़मीर को गिरवी रख रहे हों, ऐसे वक्त में दर्जनों लोगों का बीजेपी को लात मारना एक साहसिक और ईमानदारी भरा फैसला है, जो आने वाले वक्त में और भी लोगों के लिए इबरत का फ़ैसला बनेगा।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि ये समय बीजेपी की फैलाई नफ़रत से लडने का समय है और हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई के भाईचारे को बचाए रखने का समय है। उन्होंने कहा कि मेवात हित व प्रदेश हितों को बचाने के लिए सभी को छोटे मोटे गिले शिकवे भूलकर कांग्रेस व उनके साथ आने का समय है क्योंकि बीजेपी ने सभी वर्गों को ठगने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी देश बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित प्रदेश के नेता हरियाणा बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और आफताब अहमद मेवात को बीजेपी सरकार की नफ़रत से बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।
नूंह विधायक आफताब अहमद ने कहा कि वो अपनी सामाजिक जिम्मेदारी भी निभाएंगे और राजनीतिक जिम्मेदारी भी। समाज के लिए, मेवात के लिए जब भी उनकी जरूरत पड़ेगी, वो हर कुर्बानी देने के लिए कभी भी नहीं हिचकेंगे। बात चाहे कोरोना के वक्त की हो, या जमात की, इलाके में नशा खोरी के खिलाफ अभियान हो, किसान आंदोलन में किसानों की आवाज उठाने की बात हो, सीएए एनआरसी का मामला हो या फिर कोई और मसला हो, उन्होंने हमेशा अपना फ़र्ज़ निभाने की कोशिश की है और करते रहेंगे।
वहीं आफताब अहमद के अनुज पीसीसी सदस्य महताब अहमद ने कहा कि चाहे उनके मरहूम वालिद चौधरी खुर्शीद अहमद की बात हो या उनकी बात हो, उन्होंने निजी फायदे के लिए इलाके को धोका कभी नहीं दिया जबकि सत्ता में बैठे लोग आज इलाके को ठग रहे हैं। विधायक आफताब अहमद ने सोमवार को किसानों द्वारा किए भारत बंद को अपना समर्थन देने का ऐलान भी किया।
इस दौरान बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वालों में हाजी एजाज पूर्व मडीबी सदस्य, वन विभाग से सेवानिवृत्त शौकत सलंबा, असद रज़ा पूर्व ब्लॉक समिति सदस्य, हस्सन, कल्लू, हाफ़िज़, लियाकत, सहजाद, नासर, शमशेर, आसक, कमाल, दीना, सराज, अलिशेर, जमशेद, शाहबुद्दीन सहित दो दर्जन परिवारों मुख्य थे।