कहते हैं कि एक मां अपने बच्चों की जान बचाने के लिए कुछ भी कर सकती है। यह कहावत है भी एकदम सच। मां इस दुनिया की सबसे बड़ी योद्धा होती है’ यह महज एक डायलॉग ही नहीं बल्कि एक सच्चाई है। क्योंकि मां अपने बच्चे को मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति में भी खुश रखने की कोशिश करती है। इस दुनिया में एक मां ही है जो अपने बच्चों का जीवन बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।
ऐसा ही कुछ अमेरिका की एक मां ने कर दिखाया है। इस मां की कहानी सुनने के बाद आपको यकीन हो जाएगा कि वाकई इस दुनिया में मां सबसे बड़ी योद्धा होती है।
मां अपने बच्चों की जान बचाने के लिए कुछ भी कर सकती है. किसी भी हद तक जा सकती है. चाहे उसे अपनी जिंदगी दांव पर ही क्यों न लगानी पड़े वो कभी पीछे नहीं हटती। दरअसल, 3 सितंबर को वेनेजुएला से ला टॉर्टुगा जाने के लिए एक शिप निकली जिसमें 9 लोग बैठे हुए थे। इन्हीं 9 लोगों में 40 वर्ष की मैरिली चाकोन नाम की एक महिला थी। इस महिला के साथ दो बच्चे थे जिनमें एक 6 साल का बेटा और 2 साल की बेटी भी शामिल थी, साथ ही उसका पति भी था। इसके अलावा बच्चों की दाई वेरोनिका भी शिप में सवार थी।
एक मां ने अपने बच्चों की जान बचाने के लिए कुछ ऐसा किया जिसकी हर कोई तारीफ करते नहीं रुक रहा है। कैरिबियाई क्षेत्र में इनके साथ बड़ा हादसा हुआ और तेज लहरों से टकराकर उनकी शिप टूट गई। इस दौरान शिप का कुछ हिस्सा डूब गया बल्कि कुछ हिस्सा एक फ्रीज समुद्र पर तैरता हुआ दिखा। ऐसे में मैरिली ने तुरंत अपने दोनों बच्चों को शिप के उस टूटे हुए हिस्से पर बैठा दिया और वह खुद बच्चों की दाई के साथ पानी में तैरती रही।
मैरिली चाकोन अपने बच्चों को किसी भी कीमत पर खोना नहीं चाहती थी ऐसे में उसने इस कठिन परिस्थिति का डटकर सामना किया। इस शिप पर 9 लोग सवार थे।