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मुफ्त का खाना खाने निकली थी मैडम, बाद में एक थाली के देने पड़े 53 हजार रूपये

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साइबर अपराध की घटनाएं कम नहीं हो रही हैं। हर जिले में और हर क्षेत्र में साइबर अपराध बढ़ता जा रहा है। साइबर क्रिमिनल लगातार ठगी के तौर तरीके बदल रहे हैं। एक शिक्षिका को खाने की थाली का विज्ञापन भेजकर ठग लिया गया। शिक्षिका के खाते से 53 हजार रुपये साइबर ठगों ने उड़ा दिए। छिपी टैंक निवासी शिक्षिका विनीता चौबे को ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना था। उन्होंने फेसबुक अकाउंट पर एक रेस्टोरेंट की थाली का विज्ञापन देखा।

बड़ी-बड़ी होटलों का मुफ्त का खाना किसे अच्छा नहीं लगता। इस मामले में 200 रुपये की एक थाली पर दो थाली फ्री का ऑफर दिया गया। विनीता ने दिए गए लिंक पर क्लिक किया। कुछ ही देर में साइबर क्रिमिनल ने फेसबुक पर बात की और भेजे गए लिंक पर ओके करने के लिए कहा।

मुफ्त का खाना खाने निकली थी मैडम, बाद में एक थाली के देने पड़े 53 हजार रूपये

खाना मनमुताबिक मिल जाए तो फिर क्या ही कहने। टीचर को लगा कि सब चंगा है लेकिन सब चंगा नहीं था। पीड़िता के खाते से कई बार में 53 हज़ार रुपये गायब हो गए। साइबर क्रिमिनल ने मोबाइल को पूरी तरह से हैक कर लिया था। शिक्षिका ने मोबाइल में अपने अकाउंट का बैलेंस चेक किया तो रकम काटे जाना नहीं दिखाया गया। एटीएम में जाकर मिनी स्टेटमेंट में रकम उड़ाए जाने की पुष्टि हुई। पीड़िता ने साइबर सेल में शिकायत की।

मुफ्त का खाना खाने निकली थी मैडम, बाद में एक थाली के देने पड़े 53 हजार रूपये

स्वादिष्ट और मनपसंद का खाना देखकर इंसान की भूख अपने आप ही बढ़ने लगती है। मगर ये मुफ्त की थाली आपको हजारों रुपये की पड़े तो क्या होगा। फेसबुक पर सागर रत्ना के नाम से एक आफर आया था। एक थाली के साथ दो थाली फ्री देने की बात कही थी। उन्होंने उस पर क्लिक करके जानकारी की। इसके कुछ देर बाद उनके पास फोन आया और आफर के बारे में बताया। वह ठग की बातों में आ गई और लिंक पर क्लिक कर दिया।

मुफ्त का खाना खाने निकली थी मैडम, बाद में एक थाली के देने पड़े 53 हजार रूपये

पहले तो उनके खाते से दस रुपये कटे, लेकिन बाद में दो बार में 53 हजार रुपये कट गए। उन्होंने कालर को फोन किया तो काल नहीं उठाई। उन्होंने साइबर सेल में शिकायत की।

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