दिवाली पास आते ही प्रशासन की आंखे खुली , प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए जारी की नई गाइडलाइंस

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 दिवाली पास आते ही प्रशासन की आंखे खुली , प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए जारी की नई गाइडलाइंस

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज के दौर में प्रदूषण कितना बढ़ रहा है चाहे वह जल प्रदूषण हो, चाहे भूमि या फिर वायु प्रदूषण हो । यह सब दिनो दिन बढ़ते   जा रहे है। इन सब चीजों से लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है और लोग भी इसके बढ़ने का सबसे बड़ा कारण भी है।लोग  कहीं भी चलते फिरते कूड़ा फेंक देते हैं या फिर कूड़े को एक जगह इकट्ठा करके जला देते हैं । जिससे पर्यावरण को बहुत नुकसान होता है ।आज के समय में जो सबसे ज्यादा बढ़ रहा है वह है वायु प्रदूषण ।

दिवाली पास आते ही प्रशासन की आंखे खुली , प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए जारी की नई गाइडलाइंस

वायु प्रदूषण अधिकतर वाहनों की वजह से बढ़ रहा है। आज हर व्यक्ति पर उसका अपना वाहन है। अगर घर में 4 सदस्य हैं तो चारों के पास अलग-अलग वाहन है। अब ज्यादा वाहन  होने की वजह से धुआं भी ज्यादा होता है और वही वायु प्रदूषण का रूप ले लेता है।इसके अलावा खेतों को जलाना,  दिवाली पर पटाखे जलाना, कूड़े को इकट्ठा कर जलाना , फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं यह भी प्रदूषण के मुख्य कारण है ।

दिवाली पास आते ही प्रशासन की आंखे खुली , प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए जारी की नई गाइडलाइंस

इसी वजह से हमारी वायु गुणवत्ता  भी  बिल्कुल खराब हो गई है। इसकी वजह से लोगों को सांस लेने में बहुत परेशानी होती है और जिनको पहले से ही यह परेशानी है उनका तो इस माहौल में बाहर निकलना बिल्कुल दुश्वार हो गया।

दिवाली पास आते ही प्रशासन की आंखे खुली , प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए जारी की नई गाइडलाइंस

इसको नियंत्रण करने के लिए निगमायुक्त यशपाल यादव ने नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में तय किया कि नगर निगम के अन्य विभागों के साथ मिलकर वायु प्रदूषण कम करने की कार्य योजना तैयार करेंगे । इस प्रोग्राम के तहत 15 दिन के अंदर अतिरिक्त निगमायुक्त , वरिष्ठ नगर योजनाकार,रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। स्मार्ट सिटी ,एसएसडीपी,ट्रैफिक पुलिस तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से भी बातचीत की जाएगी ।यशपाल यादव ने कहा कि तीन कमांड एंड नियंत्रण केंद्र स्थापित किए गए हैं ,जिनके माध्यम से वायु गुणवत्ता की सूचना मिलती रहेगी।

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इस को नियंत्रण में लाने के लिए जनता को भी ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए। पीपल और बरगद के जंगल को बढ़ाना चाहिए । पर्यावरण के हित में दिवाली के दिन ग्रीन पटाखों का ही प्रयोग करना चाहिए। पेट्रोल डीजल के वाहनों को कम कर सीएनजी के वाहनों का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे हमारी वायु गुणवत्ता सुधर जाएगी और प्रदूषण भी कम होगा। 

Written by: kunal bhati