बचपन की दोस्ती, साथ में पढ़ाई और फिर की शादी; IPS पति की बॉस बनीं DCP पत्नी

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     बचपन की दोस्ती, साथ में पढ़ाई और फिर की शादी; IPS पति की बॉस बनीं DCP पत्नी

    सोशल मीडिया पर ‘बचपन का प्यार’ गाना बहुत चल रहा है। आईपीएस अंकुर अग्रवाल व वृंदा शुक्ला की लव स्टोरी भी इस गाने से काफी हद तक मिलती जुलती है। ये वो खुशनसीब शख्स हैं, जिन्‍होंने बचपन के प्‍यार को भुलाया नहीं और सदा के लिए एक-जुदे के हो गए। इस आईपीएस जोड़ी की स्‍टोरी पर ‘ओम शांति ओम’ का फेमस डायलॉग ‘किसी चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है’ भी सटीक बैठता है।

    अक्सर कहा जाता है कि पत्नी घर की बॉस होती हैं, लेकिन नोएडा में आईपीएस अफसर अंकुर अग्रवाल की पत्नी वृंदा शुक्ला ऑफिस में भी उनकी बॉस हैं। इनका बचपन, सक्सेस और वर्तमान पोस्टिंग तक की पूरी कहानी किसी सुपरहिट फिल्म से कम नहीं। यूं मानिए कि यह अजब प्रेम की एक गजब कहानी है, क्योंकि इसमें बचपन का साथ है। किस्मत का कनेक्शन और युवाओं को प्रेरित करने वाली कामयाबी भी है।

    बचपन की दोस्ती, साथ में पढ़ाई और फिर की शादी; IPS पति की बॉस बनीं DCP पत्नी

    अंकुल अग्रवाल और वृंदा शुक्ला की कहानी बिल्कुल फिल्मी है। दोनों बचपन के दोस्त हैं और साथ में पढ़ाई की थी। इसके बाद दोनों आईपीएस अफसर बने और फिर साल 2019 में शादी कर लिया। उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारी के रूप में पोस्ट के लिहाज से वृंदा शुक्ला अपने पति अंकुर अग्रवाल की बॉस हैं। नोएडा यानी गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर में वृंदा शुक्ला डीसीपी महिला सुरक्षा और अंकुर अग्रवाल एडीसीपी सेंट्रल नोएडा के पद पर सेवाएं दे रहे हैं।

    बचपन की दोस्ती, साथ में पढ़ाई और फिर की शादी; IPS पति की बॉस बनीं DCP पत्नी

    इन दोनों ने भी अपने बचपन के प्यार को नहीं भुलाया और शादी कर घर बसा लिया। यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी अंकुर अग्रवाल व वृंदा शुक्ला मूलरूप से हरियाणा के अंबाला के रहने वाले हैं। यहीं पर दोनों का बचपन बीता और दोस्ती हुई, जो बाद में प्यार में बदल गई। अंकुर अग्रवाल का घर अंबाला सिटी व वृंदा का अंबाला कैंट क्षेत्र में है। दोनों ने अंबाला कैंट के कॉन्वेंट जीसस एंड मैरी स्कूल में नौवीं तक की पढ़ाई की।

    बचपन की दोस्ती, साथ में पढ़ाई और फिर की शादी; IPS पति की बॉस बनीं DCP पत्नी

    इस प्रेम कहानी में आपको बचपन का साथ, किस्मत का कनेक्शन और युवाओं को प्रेरित करने वाली कामयाबी समेत सबकुछ मिल जाएगा। वृंदा अग्रवाल के दो साल बाद 2016 में अंकुर अग्रवाल ने भी यूपीएससी परीक्षा क्रैक कर डाली। अंकुर अग्रवाल को उत्तर प्रदेश कैडर मिला। आईपीएस बनने के बाद एक बार फिर दोनों के बीच दूरी बढ़ी। एक यूपी में और दूसरा नागालैंड में। जनवरी 2020 से दोनों नोएडा में डीसीपी व एडीसीपी के रूप में सेवाएं दे रहे हैं।