हरियाणा कला परिषद के सहयोग से मासिक नाट्य कार्यशाला का आयोजन गांधी जयंती के अवसर पर किया जा रहा है। 2 अक्तूबर से शुरू होने वाली इस नाट्य कार्यशाला का समापन हरियाणा दिवस के उपलक्ष्य में 1 नवंबर को किया जाएगा। इस अवसर पर कार्यशाला में आने वाले प्रतिभागियों द्वारा तैयार किए गए नाटक का प्रदर्शन भी किया जाएगा। प्रदेश में रंगमंचीय गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा कला परिषद रंगमंच मं सक्रिय कलाकारों को सहयोग कर रही है।
इस नाट्य कार्यशाला का आयोजन फोर्थ वाॅल प्रोडक्शन्स द्वारा किया जा रहा है, जिसमें बैठानिया सेंटर भी सहयोग कर रहा है। 2 अक्तूबर से शुरू होकर एक माह तक चलने वाली इस कार्यशाला का आयोजन बी0 के0 चैक के पास बैठानिया सेंटर में शाम 4 बजे से 6 बजे तक किया जाएगा। इस कार्यशाला में 10 वर्ष से ऊपर के प्रतिभागी शामिल हो सकते हैं। इस कार्यशाला का शुभारंभ गांधी जयंती के अवसर पर एक नुक्कड़ नाटक के साथ किया जाएगा।
शहर के बच्चों को रंगमंच के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराने के लिए ही इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें डाॅ0 अंकुश शर्मा मुख्य प्रशिक्षक के रूप में कार्य करेंगे। डाॅ0 शर्मा इस वर्कशाॅप में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों को रंगमंच की बारीकियाँ सिखाने के अंतर्गत अभिनय तकनीक, आवाज़ एवं उच्चारण, शारीरिक गतिविधियाँ, इम्प्रोवाइज़ेशन, स्टेज क्राफ्ट, मैकअप, रंगमंचीय खेल एवं गतिविधियाँ, रंगमंच में संगीत का महत्व, प्रकाश एवं ध्वनि का महत्व, शिक्षा में रंगमंच आदि पहलुओं पर प्रकाश डालने के साथ ही एक नाटक का भी निर्माण करेंगे। उनके साथ सुरेश कुमार कार्यशाला में सहायक के तौर पर कार्य करेंगे और कार्यशाला संयोजक के तौर पर दीपक पाल सिंह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
इस कार्यशाला में हास्य नाटक “अंत भला तो सब भला“ नाटक तैयार किया जाएगा। यह नाटक 16वीं सदी के फ्रेंच नाटक के अंग्रेजी में किए गए अनुवाद ’रोरी अफोरसेड’ का हिन्दी रूपांतरण है। इस कार्यशाला के प्रतिभागी एक नुक्कड़ नाटक में भी हिस्सा लेंगे। इस नुक्कड़ नाटक में शामिल सामाजिक संदेश को शहर में कई जगह पर प्रदर्शित किया जाएगा।
इस रंगमंचीय कार्यशाला में विशेषज्ञों के तौर पर रंगमंचीय खेल एवं गतिविधियों के लिए श्री कृष सारेश्वर, मैकअप की जानकारी देने के लिए श्री शमीम आलम, बाॅडी मूवमेंट की बारीकियाँ सिखाने के लिए श्री राघवेन्द्र अलासे, रंगमंच में संगीत की भूमिका बताने के लिए श्री अनिल मिश्रा, रंगमंच में प्रकाश तथा मंचीय गतिविधियों के सम्बन्ध में जानकारी देने के लिए श्री दीपक पाल सिंह आदि भी शामिल हो रहे हैं।
रंगमंच में दिलचस्पी रखने वाले बच्चों और युवाओं के लिए यह कार्यशाला एक अच्छा अवसर है, जिसमें खेल-खेल में सीखने की परंपरा का निर्वहन किया जाएगा। इसके साथ ही गांधी जयंती के अवसर पर शुरू होने वाली कार्यशाला का समापन हरियाणा दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में किया जाएगा।