हरियाणा सरकार ने राज्य के 14,386 सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले करीब 24 लाख विद्यार्थियों के हित में अहम निर्णय लेते हुए स्कूलों में प्राथमिक उपचार के समय काम आने वाली दवाओं से युक्त ‘फ़र्स्ट -एड बॉक्स’ स्थापित करने की तैयारी शुरू कर दी है।
इसके लिए ‘हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद’ ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए कुल करीब 3 करोड़ रूपए की राशि भी जारी कर दी है। विज्ञान के अध्यापक को ‘फस्र्ट-एड’ का प्रशिक्षण देकर ईंचार्ज बनाया जाएगा। प्रत्येक स्कूल के लिए 2,000 रूपए निर्धारित किए गए हैं।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एक स्कूली बच्चा अपना ज्यादा समय स्कूल में ही व्यतीत करता है। अगर इस दौरान बच्चे को कोई चोट लग जाती है तो तुरंत प्राथमिक उपचार की जरूरत पड़ती है। इसी को देखते हुए सरकार ने ‘स्कूल स्तर पर बचाव व सुरक्षा के लिए फंड’ योजना के तहत प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के लिए 2 करोड़ 87 लाख 72 हजार रूपए जारी किए हैं।
उन्होंने बताया कि हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद के माध्यम से सरकार ने प्रदेश के 11,049 प्राइमरी व 3,337 सैकेंडरी स्कूलों में ‘फस्र्ट-एड बॉक्स’ की किट खरीदने के लिए बजट निर्धारित किया गया है।
हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक तथा जिला खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सूची में दर्शाए गए 24 आइटमों को ‘फस्र्ट-एड बॉक्स’ किट में रखें। प्रवक्ता ने बताया कि एक्सपाइरी डेट की दवा आदि इस किट में न रखने और समय-समय पर जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।