जब एक मां चाहे इंसान हो या जानवर अपने गर्भ में पल रहे बच्चे को जन्म देकर नई जिदंगी देती है वह दुनिया का सबसे खूबसूरत पल माना जाता है। मां के गर्भ में नौ महीने का समय बिताने के बाद बच्चे का जन्म होता है। इंसानों में बच्चा नौ महीने तक मां के गर्भ में ही पलता-बढ़ता है लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिनका गर्भकाल सालों का होता है।
हथिनियों के इतने लंबे गर्भावस्था के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है। ये समय महिला या मादा को दर्द तो देता है लेकिन संतान की खुशी उसे भी कम कर देती है।
यूं तो हाथी की बुद्घिमानी के बारे में बताने की कोई जरूरत नहीं लेकिन आपको हथिनी की तकलीफ के बारे में सुनकर जरूरी हैरानी होगी। दरअसल एक हथिनी अपने बच्चे को 22 से 24 महीने यानी करीब दो साल तक गर्भ में पालती है। हथिनी के गर्भ में उसका बच्चा लगभग 2 वर्षों तक रहता है। देखा जाए तो हथिनी इकलौती ऐसी जानवर है, जिसके मां बनने में इतना लंबा वक्त लग जाता है।
हाथी बहुत ही सामाजिक स्तनपाई जीव होते हैं। ये बड़े ही बुद्धिमान भी होते हैं। इनके गर्भधारण का समय 680 दिनों का होता है, जो कि लगभग 2 वर्षों के बराबर है। गजराज कहा जाने वाला हाथी जंगल में सबसे ताकतवर जानवरों में से एक माना जाता है। हाथी स्नान करने में बड़ा नियमित होता है और अपनी बच्चे को नियमित रूप से स्नान कराता है।
गर्भावस्था जो हथिनियों का होता है, उसके पीछे कौन-सा जैवविज्ञान काम करता है, इसे अभी तक समझा नहीं जा सका है। जंगल में कोई भी हाथी प्रजाती हमेशा दल बनाकर रहती है. किसी भी एक आम दल में 30-40 बच्चे, बूढ़े, जवान नर और मादा रहते है।