जागृति रामलीला कमेटी, 2 ई-पार्क द्वारा रंगमंचीय रामलीला के नौवें दिन रविवार रात को लंका दहन का मंचन किया

0
304

जागृति रामलीला कमेटी, 2 ई-पार्क द्वारा रंगमंचीय रामलीला के नौवें दिन रविवार रात को लंका दहन का मंचन किया गया। रामलीला में दिखाया गया कि अंगद का राजतिलक किया गया और उसे शीत ऋतु से पूर्व आने को कहा गया। लेकिन राजकाज में अंगद भूल गया और हनुमान उसे लेने गये। इसके बाद हनुमान माता सीता की सुधि लेने के लिए लंका पार गये।

जागृति रामलीला कमेटी, 2 ई-पार्क द्वारा रंगमंचीय रामलीला के नौवें दिन रविवार रात को लंका दहन का मंचन किया

सीता को ढूंढा और उसे प्रभु राम की अंगूठी दी, इस के बाद भूख लगने पर अशोक वाटिका में फल खाए और अशोक वाटिका को तहस नहस कर दिया, जिस पर राक्षसों ने रावण से शिकायत लगाई तो अक्षय कुमार को हनुमान को मारने के लिए भेजा गया और अक्षय कुमार मारा गया। इसके बाद इंद्रजीत को भेजा जो ब्रह्मास्त्र का प्रयोग कर हनुमान को पकड़ कर राज दरबार में ले आया।

जागृति रामलीला कमेटी, 2 ई-पार्क द्वारा रंगमंचीय रामलीला के नौवें दिन रविवार रात को लंका दहन का मंचन किया

रावण ने दरबारियों से पूछा कि हनुमान से कैसा सलूक किया जाए, इस पर दरबारियों ने विभिन्न तर्क दिये मगर विभीषण ने कहा कि बंदर को पूंछ बहुत प्यारी होती है इसे जला दो। जैसे ही हनुमान की पूंछ को आग लगाई उसने सारी लंका को जला डाला। सोने की लंका जलकर राख के ढेर में तब्दील हो गई। इसके बाद हनुमान राम के पास आये और उन्हें सीता माता के बारे में कुशल मंगल सुनाया।

जागृति रामलीला कमेटी, 2 ई-पार्क द्वारा रंगमंचीय रामलीला के नौवें दिन रविवार रात को लंका दहन का मंचन किया


इस अवसर पर नरेश गोसाईं, दिनेश लूथड़ा, सुशील भाटिया, राकेश भाटिया, संजीव अरोड़ा, संजीव ग्रोवर, नितिन राजन, पूर्व में लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले कलाकार ओमप्रकाश अदलखा, पूर्व रावण बनने वाले लछमन दास भाटिया, कैलाश गुगलानी, संतोख सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिनका जागृति रामलीला कमेटी के प्रधान योगेश भाटिया व मोहन सिंह भाटिया ने बुके देकर सम्मानित किया।

जागृति रामलीला कमेटी, 2 ई-पार्क द्वारा रंगमंचीय रामलीला के नौवें दिन रविवार रात को लंका दहन का मंचन किया


रामलीला के संचालन डायरेक्टर ओमप्रकाश तथा प्रदीप ने बताया कि रामलीला का मंचन 14 अक्टूबर तक किया जाएगा, जिसमें 11 अक्टूबर को अंगद संवाद, 12 को लक्ष्मण मूर्छा, 13 को कुम्भकर्ण-मेघनाथ वध तथा 14 अक्टूबर को रावण वध व भगवान श्री राम के राजतिलक का मंचन किया जाएगा।