Homeयहां होती है अनोखे तरीके से खेती, कमाल के हैं इसके फायदे...

यहां होती है अनोखे तरीके से खेती, कमाल के हैं इसके फायदे जानकर कहेंगे…

Published on

हर किसान अपनी फसल को अच्छे से उगाना चाहता है। किसान अपनी फसल के लिए काफी मेहनत करता है। आज के समय में हर क्षेत्र में नए-नए तकनीकों को विकसित किया जा रहा है। बात अगर कृषि क्षेत्र की हो, तो यहां तरह-तरह की तकनीकें अपनाई जा रही हैं, ताकि खेती के काम को आसान बनाने के साथ-साथ बेहतर उत्पादन हो सके। आप सोच रहे होंगे कि खेती तो जमीन पर ही संभव है, आपको पता नहीं है कि एक देश ऐसा है, जहां दीवारों पर भी खेती की जाती है।

आपने छतों पर खेती करने की खबरें तो खूब सुनी होगी लेकिन क्या कभी आपने ये सुना है कि लोग दीवारों पर भी साग सब्जियां उगा रहे हैं। धान-गेहूं की खेती के साथ-साथ इस देश में सब्जियां भी दीवारों पर ही उगाई जाती हैं। वैसे यह तकनीक धीरे-धीरे दुनियाभर में लोकप्रिय हो रही है।

यहां होती है अनोखे तरीके से खेती, कमाल के हैं इसके फायदे जानकर कहेंगे...

किसान कई तरीके अपनाते हैं अपनी फसल को उगाने के लिए। उनकी फसल को अच्छा बनाने के लिए। खेती की इस तकनीक को वर्टिकल फार्मिंग यानी ‘दीवार पर खेती करना’ कहा जाता है। इस्रायल में इस तकनीक से खेती की जा रही है। आपको बता दें कि इस देश में खेती लायक जमीन की काफी कमी है और इसी समस्या से निजात पाने के लिए वहां लोगों ने वर्टिकल फार्मिंग को अपना लिया है।

यहां होती है अनोखे तरीके से खेती, कमाल के हैं इसके फायदे जानकर कहेंगे...

किसानों की बचत में अब इज़ाफ़ा होने लगा है। मुनाफा अच्छा होने लगा है। इजरायल की कंपनी ग्रीनवॉल के संस्थापक पायोनिर गाइ बारनेस के मुताबिक, उनकी कंपनी के साथ गूगल और फेसबुक जैसी बड़ी कंपनियां भी जुड़ी हैं, जिनके सहयोग से इस्रायल में कई दीवारों पर वर्टिकल फार्मिंग तकनीक से खेती की जा रही है।

यहां होती है अनोखे तरीके से खेती, कमाल के हैं इसके फायदे जानकर कहेंगे...

कैसे होती है दीवार पर खेती?

इन प्रयोगों में उन्हें सफलता और मुनाफा दोनों मिल रहा है। वर्टिकल फार्मिंग के तहत पौधों को गमलों में छोटे-छोटे यूनिट्स में लगाया जाता है और साथ ही यह सुनिश्चित किया जाता है कि पौधे गमलों से गिरें न। इन गमलों में सिंचाई के लिए भी विशेष प्रबंध किया जाता है। हालांकि, अनाज उगाने के लिए यूनिट्स को कुछ समय के लिए दीवार से निकाल लिया जाता है और फिर बाद में उन्हें वापस दीवार में लगा दिया जाता है।

Latest articles

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...

महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर रक्तदान कर बनें पुण्य के भागी : भारत अरोड़ा

श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर संस्थान द्वारा महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस के...

More like this

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...