दिमाग होतो ऐसा : सिर्फ एक साल की नौकरी और ऐसे बन गया 5,000 करोड़ रुपये का मालिक

0
733
 दिमाग होतो ऐसा : सिर्फ एक साल की नौकरी और ऐसे बन गया 5,000 करोड़ रुपये का मालिक

कहते हैं किस्मत बदलने में समय नहीं लगता है बस दृढ इच्छाशक्ति होनी चाहिए कुछ करने की। इंसान तभी कुछ पा सकता है जब कुछ दे सके। 15 साल काम करके भी काफी लोग 1 लाख के मालिक भी नहीं बन पाते। अपनी मेहनत से कपड़ा-रोटी-मकान ज़रूर बना लेते हैं लेकिन पैसे नहीं बचा पाते। आईआईटी का एक छात्र 15 महीने में ही करीब 5,000 करोड़ रुपये का मालिक बन चुका है।

फ्लिपकार्ट और गूगल जैसी दिग्गज कंपनियों में काम कर चुके इस व्यक्ति का नाम सुरोजीत चटर्जी है। बहुत ही निम्न लोग इस काम को करने का सोचते हैं लेकिन साधन न होने के कारण अपने कदम पीछे कर लेते हैं। हालांकि, फरवरी 2020 में उन्होंने अमेरिका के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ‘कॉइनबेस’ में चीफ प्रोडक्ट मैनेजर के तौर पर काम शुरू किया था।

दिमाग होतो ऐसा : सिर्फ एक साल की नौकरी और ऐसे बन गया 5,000 करोड़ रुपये का मालिक

यहां इन्होनें मात्र 15 महीनों के दौरान करीब 180.8 मिलियन डॉलर की कमाई कर ली है। भारतीय रुपये में यह रकम करीब 1,500 करोड़ रुपये होती है। कुशलकता के साथ – साथ अनुभव होना इस काम में सबसे ज़रूरी है। यह दोनों ही गुण इनमें थे। अब कॉइनबेस एक्सचेंज पर अच्छी ट्रेडिंग के बाद सुरोजीत की कमाई इतना बड़ा उछाल आया है। खास बात यह भी है कि अगले 5 साल में उन्हें शेयर का भी विकल्प मिलेगा।

दिमाग होतो ऐसा : सिर्फ एक साल की नौकरी और ऐसे बन गया 5,000 करोड़ रुपये का मालिक

इस समय इसका शेयर करीब 465.5 मिलियन डॉलर यानी 3,500 करोड़ रुपये है। लगन के साथ मेहनत एवं किताबों से दोस्ती करना इस काम के लिए काफी मह्त्वपूर्ण है। सुरोजीत ने आईआईटी खड़गपुर से BSc में स्नात​क किया है। नैस्डेक पर शुरुआत से कॉइनबेस के संस्थापक ब्रायन आर्मस्ट्रॉन्ग और फ्रेड एहरसैम के साथ सुरोजीत चटर्जी को बड़ा फायदा हुआ है। इन तीनों की हिस्सेदारी अब कुल मिलाकर 16 अरब डॉलर के पार जा चुकी है।

दिमाग होतो ऐसा : सिर्फ एक साल की नौकरी और ऐसे बन गया 5,000 करोड़ रुपये का मालिक

हर कोई इनसे प्रेरणा ले रहा है। 5 महीने की नौकरी और 5,000 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं। आईआईटी से निकले सभी विद्यार्थी देश का नाम रोशन करते हैं। आईआईटी में दाखिला मिलना काफी कठिन कार्य है। काफी विद्यार्थी तो बचपन से ही आईआईटी में दाखिले हो सके इसके लिए तैयारी करते हैं और सुरोजीत जैसा नाम कमाने का प्रयास करते हैं।