ऐसे कम ही लोग होते हैं जो दूसरों का भी सोचते हैं। अपने लाभ के लिए नहीं सोचते। ऐसी ही खबर है यह। दरअसल, ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन की एक ईमानदार सफाईकर्मी को कूड़े में पड़ा 100 ग्राम सोने का सिक्का मिला, जिसे उसने पुलिस की मदद से उसे सौंप दिया, जिसका सिक्का गिरा था। सफाईकर्मी की ईमानदारी चर्चा में है।
सोशल मीडिया पर भी लोग इसकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। हर कोई इनकी तारीफ कर रहा है। सफाईकर्मी मैरी, थिरुवट्टियूर गली में कई घरों से एकत्र किए गए कचरे को छांट रही थी, तभी उसे एक खनक सुनाई दी। उसने सोचा कि किसी और धातु की आवाज होगी, लेकिन उसने पाया कि वह सोने का सिक्का था।
सोने का सिक्का देख कर किसी की भी नियत खराब हो सकती है। इनकी ईमानदारी चर्चा का विषय बनी हुई है। एक नागरिक गणेश रमन ने साथंगडु पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसने 100 ग्राम सोने का सिक्का खो दिया है, जिसे उसने एक पुराने पॉलिथीन में पैक कर अपने बिस्तर के नीचे रखा था। उन्होंने कहा कि अगर यह किसी तरह उनके घर के कूड़ेदान में गिर जाता या निगम के कूड़ेदान में पहुंच जाता तो मिलना मुश्किल था।
सफाईकर्मी मैरी, थिरुवट्टियूर गली में कई घरों से एकत्र किए गए कचरे को छांट रही थी। उस समय पुलिस ने स्थापित सीसीटीवी कैमरों में दृश्यों को देखा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ, क्योंकि आयुध पूजा समारोह की सफाई के दौरान पैक किए गए सिक्के को कचरे के डिब्बे में फेंक दिया गया था। रमन और उनके परिवार ने स्थानीय सफाई पर्यवेक्षक से भी संपर्क किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
पुलिस और रमन उस समय हैरान रह गए, जब मैरी सोने का सिक्का सौंपने के लिए पुलिस स्टेशन में चली गई, जो अंतत: उसके असली मालिक को वापस कर दी गई।