फरीदाबाद में एक ओर महामारी तो दूसरी ओर डेंगू इन दोनो ने आतंक मचाया हुआ है।ऐसे में लोग भी दुखी दिखाई पड़ते है। साथ ही रोजाना डेंगू के 2 से 5 मरीज सामने आ रहे है।स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डेंगू की रोक थाम के बड़े बड़े दावे कर रहे है लेकिन अब उन दावो का भी कोई फायदा नजर आता नही दिख रहा।
आपको बता दे की फरीदाबाद के सिविल अस्पताल यानी बी के परिसर स्थित आईडीएसपी लैब में तीन दिनों से डेंगू की जांच के लिए टेस्टिंग किट उपलध नही है।साथ ही यहा पर जितने भी मरीज आ रहे है उन्हे निजी लैब में भेजा जा रहा है।
अब स्वास्थ्य विभाग के किए हुए दावे फेल होते नजर आ रहे है।अबकी बार जिले में डेंगू का रिकॉर्ड टूट गया है।इस बार लोगो को डेंगू के चलते बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है इतना ही नहीं अब सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में बेड को लेकर महामारी हो रही है।
बुधवार को भी डॉक्टर ने डेंगू के 3 नए मामलों की पुष्टि की है।जिला स्तर पर बीके अस्पताल सबसे बड़ा अस्पताल है यहां दूर-दूर से लोग डेंगू जांच के लिए पहुंचते है। लेकिन अब हालात यह है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों की सेवा करने वालों को भी बाहर से जांच करानी पड़ रही है।
स्वास्थ्य विभाग के बाद एलाइजा वह आईजीएम जांच की रिपोर्ट को ही वैध मानता है स्वास्थ्य विभाग के पास यह दोनों ही किट उपलब्ध नहीं है जिले में डेंगू का कहर बढ़ने की वजह से प्लेटलेट्स की कमी हो गई है ऐसे में मरीजों के सेवा करने वालों को प्लेटलेट्स के लिए दिल्ली के चक्कर काटने पड़ रहे हैं
अब देखना यह होगा कि किस तरीके से स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी से बाहर निकल कर आता है साथ ही बेड और लैब में डेंगू किट की उपलब्धि कराता है।