हरियाणा में छह महीने में पेट्रोल 17 और डीजल 15 रुपये बढ़ा, ‘बीजेपी से बेहतर कांग्रेस-कैसे पालेंगे बचे’

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फरीदाबाद के लोग पेट्रोल डीजल की बढ़ती महंगाई से बड़े परेशान है ऐसे में उन्होंने मांग की है कि त्योहारी सीजन में सभी चीजों के दाम कम की जाए साथ ही लोग बीजेपी सरकार से इतने गुस्से में दिखे की उन्होंने ये बात बोल डाली की ‘बीजेपी से बेहतर कांग्रेस थी’।

हरियाणा में छह महीने में पेट्रोल 17 और डीजल 15 रुपये बढ़ा, 'बीजेपी से बेहतर कांग्रेस-कैसे पालेंगे बचे'

अगर बात करें फरीदाबाद की तो पिछले 6 महीने में पेट्रोल के रेट ₹19 प्रति लीटर बढ़े हैं तो वहीं डीजल के रेट ₹8 प्रति लीटर बड़े हैं। इससे किसान और दूसरे कमजोर वर्ग ज्यादा परेशान दिखे।आम आदमी के फायदे के लिए शुरू किया गया डायनोमिक प्रोसेसिंग सिस्टम इनकी जेब पर भार बढ़ाने लगा है।

हरियाणा में छह महीने में पेट्रोल 17 और डीजल 15 रुपये बढ़ा, 'बीजेपी से बेहतर कांग्रेस-कैसे पालेंगे बचे'

ज्यादातर यह होता है कि जब किसी चीज को रोजाना कम या ज्यादा किया जाए तो लोग उस पर धीरे-धीरे ध्यान देना शुरू कर देते हैं तो वही अगर बात की जाए पेट्रोल और डीजल की तो दोनों के ही रेट लगातार बढ़ते जा रहे हैं ऐसे में केंद्र सरकार ने रणनीति अपनाई जिससे लगता है कि उनकी तरकीब सचमुच काम आने लगी है।

अब सभी लोगों ने पेट्रोल और डीजल के दामों पर गौर करना शुरू कर दिया है। ऐसे में कई लोग उस से दुखी हैं तो कई लोगों ने उनकी तारीफ की कई लोगों का कहना था की वह अपने बच्चों को कैसे पालेंगे अपने बच्चों के लिए कम आएंगे या फिर पेट्रोल और डीजल के लिए कमाएंगे।

हरियाणा में छह महीने में पेट्रोल 17 और डीजल 15 रुपये बढ़ा, 'बीजेपी से बेहतर कांग्रेस-कैसे पालेंगे बचे'

बता दें कि केंद्र सरकार ने 16 जून 2017 में इसकी शुरुआत की थी, जिसके तहत पेट्रोल और डीजल की कीमतें रोजाना तय होती हैं। उस समय कहा गया था कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेल की कीमतों में कमी का तुरंत फायदा ग्राहकों को मिलेगा। मगर अभी तक जनता को नुकसान ही उठाना पड़ा है। डायनोमिक प्रोसेसिंग सिस्टम के तहत पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर रोज तय की जाने लगी हैं।

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पूरा देश बढ़ती कीमतों से परेशान है। फसलें हर वर्ष खराब हो जाती हैं। पिछली साल का मुआवजा सरकार ने अब तक नहीं दिया। इस बार भी भारी बारिश में फसलें नष्ट हो चुकी हैं। महंगा डीजल खरीदकर अगली फसल की बिजाई करना मजबूरी है।

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