क्या इस बार पटाखे फोड़ने पर होगा पूरी तरीके से बैन? पटाखों पर सरकार की सख्ती

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फरीदाबाद में एक ओर दिवाली को लेकर लोगो में उत्साह देखने को मिलता है वही अगर बात की जाए पटाखों की तो अब दिवाली से ठीक 4 दिन पहले सरकार ने पटाखों पर बैन लगा लिया है।पिछले साल भी सरकार ने एंड वक्त पर पटाखों पर रोक लगा दी लेकिन फिर भी देर रात तक पटाखे जले थे और वही बात की जाए कार्यवाही के तो वो बिल्कुल नाममात्र थी।

पिछले साल लोगो के ना मानने के कारण दिवाली से अगले दिन ही 9 जिलों में पॉल्यूशन इमरजेंसी स्तर तक पहुंच गया था।वही अगर बात की जाए इस्युआई की तो वो 999 तक गया था।

क्या इस बार पटाखे फोड़ने पर होगा पूरी तरीके से बैन? पटाखों पर सरकार की सख्ती

हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश जारी करने के बाद सही दिवाली, गुरु पूर्णिमा,क्रिसमस, ओर नववर्ष पर पटाखे जलाने को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की है जिसमें एनसीआर में शामिल 14 जिले में पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। अन्य जिलों के लिए वायु गुणवत्ता सूचकांक का मानक निर्धारित क्या है

क्या इस बार पटाखे फोड़ने पर होगा पूरी तरीके से बैन? पटाखों पर सरकार की सख्ती

वहीं, जिन जिलों में एक्यूआई 200 से नीचे रहा था, वहां भी सिर्फ ग्रीन पटाखे जलाने की ही छूट रहेगी। इस श्रेणी में सिर्फ पंचकूला है। यानी 21 जिलों में किसी तरह के पटाखों की न खरीद-बिक्री होगी और न पटाखे जला सकेंगे। प्रदेश में कहीं भी पटाखों की ऑनलाइन खरीद भी नहीं हो सकेगी।

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इसके तहत जिन जिलों के शहरों और कस्बों में पिछले साल नवंबर में एक्यूआई 200 माइक्रोग्राम के खराब स्तर से ज्यादा रहा था, वहां भी पटाखे नहीं जला सकेंगे। इस श्रेणी में 7 जिले और आ जाएंगे।

पिछले साल भी दिवाली पर एंड समय में पटाखों पर रोक लगाई गई थी। इसके बावजूद बड़ी संख्या में पटाखे फूटे थे। इससे 9 जिलों में एक्यूआई इमरजेंसी स्तर 400 को पार कर गया था। यमुनानगर में यह 999 और पानीपत में 711 तक पहुंच गया था।

क्या इस बार पटाखे फोड़ने पर होगा पूरी तरीके से बैन? पटाखों पर सरकार की सख्ती

इस बीच भास्कर ने प्रदेशभर में पटाखे की फैक्ट्रियों और बड़े गोदामों से पड़ताल की तो पता चला कि एक हजार टन से ज्यादा पटाखे स्टॉक हो चुके हैं। अब इन्हें फूटने से रोकना प्रशासन के लिए चुनौती होगी।

आपको बता दे की एनसीआर में शामिल फरीदाबाद, गुड़गांव, झज्जर, जींद, करनाल, महेंद्रगढ़, नूंह, पलवल, पानीपत, रेवाड़ी, सोनीपत, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी में पटाखों की खरीद-बिक्री व जलाने पर रोक रहेगी।

क्या इस बार पटाखे फोड़ने पर होगा पूरी तरीके से बैन? पटाखों पर सरकार की सख्ती

अब 31 अक्टूबर तक प्रदेश में पटाखों का स्टॉक 1000 टन हो गया है तो सरकार दिवाली से चार दिन पहले पटाखे जलाने पर पाबंदी का ऐलान कर रही है। लेकिन, जिलों में जितना स्टॉक हो चुका है। उसके खपत होने की आशंका रहेगी। यानी प्रतिबंध के बावजूद पटाखे जलेंगे।