अब त्योहारों का सीजन शुरू होगा है।हिंदुओं का यह सबसे बड़ा त्योहार नवंबर में आ गया है। हिंदुओंका यह त्योहार आज से शुरू हो गया है। ये पांच दिनो तक मनाया जाता है ये सबसे बड़ा पर्व होता है।आज के दिन यानी धनतेरस से इसकी शुरुवात होती हैऔर भाईदूज पर ये समाप्त हो जाता है।वही बात करे धनतेरस की तो ये हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाई जाती है। ये दिवाली के दो दिन पहले आता है। इस बार धनतेरस 2 नवंबर, मंगलवार को पड़ रही है।
आपको बता दे की जैसा की इसके नाम से ही पता चलता है की धनतेरस मतलब धन से जुड़ा हुआ त्योहार। मां लक्ष्मी, धन्वतंरि और यमराज की पूजा करते हैं।
वहीं धनतेरस पर खरीददारी भी खूब की जाती है। इस दिन लोग सोना, चांदी, आभूषण, बर्तन जैसी चीजें खरीदते हैं। वहीं बहुत से लोग जमीन, मकान या वाहन जैसी चीजें भी खरीदते हैं। धनतेरस का दिन समृद्धि का दिन माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन कुछ नया सामान खरीदने से मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर अपना आशीर्वाद देते हैं
जहां सही चीजों को करने से धन लाभ होता है तो वहीं गलत चीजें करने से धन हानी भी होती है। इसलिए इस दिन आपको दो खास गलतियों को करने से बचना चाहिए। यदि आप इन गलतियों को करते हैं तो आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है
धनतेरस वाले दिन न तो उधार देना चाहिए और न ही लेना चाहिए। ऐसा करना अशुभ होता है। धनतेरस का दिन समृद्धि का दिन माना जाता है। इस दिन उधार लेने या देने से मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं। एक बार ऐसा हो जाए तो आपको धन से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
इसके बाद घर में हमेशा धन का अकाल छाया रहता है। परिवार में पैसों को लेकर समस्याएं पैदा होने लगती है। इसलिए हमारी यही सलाह रहेगी कि आप धनतेरस पर उधार देने या लेने से हर हाल में बचें।
धनतेरस के दिन कई लोग बर्तन खरीदकर लाते हैं। अब इस दिन लोहा नहीं खरीदना है ये तो सभी जानते हैं, लेकिन धनतेरस पर स्टील के बर्तन भी खरीदने से बचना चाहिए। दरअसल स्टील भी एक तरह से लोहे का अंश ही होता है। लोहा का संबंध शनि से होता है। ऐसे में आपको इस दिन बर्तन खरीदना ही है तो पीतल के खरीदें। जब भी बर्तन खरीदकर घर लाएं तो उसमें कुछ मीठा भोजन या चावल भर लें। इससे घर में समृद्धि आती है।
धनतेरस के दिन चाकू, कैंची जैसी नुकीली चीजें, कांच के बर्तन, तांबा, चमड़ा या फिर कोई काले रंग की वस्तु नहीं खरीदना चाहिए। मान्यता है कि ऐसी चीजों को धनतेरस पर घर लाने से परिवार में परेशानियां और क्लेश बढ़ता है। इससे पारिवारिक संबन्ध बिगड़ते हैं। घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होती है। धन हानी का दौर शुरू हो जाता है।