करनाल के गांव खेड़ी मानसिंह में देर रात उस समय सनसनी फैल गई जब संदिग्ध परिस्थिति में मौत के बाद एक व्यक्ति का रात के समय अंतिम संस्कार किया जा रहा था। ऐन मौके पर पहुंची पुलिस ने चिता से शव उठाकर कब्जे में लिया तो मामले की जांच भी शुरू की। पुलिस कार्रवाई से मृतक के स्वजनों में हड़कंप मच गया।
उधर पुलिस ने शव पोस्टमार्टम करवाने के बाद स्वजनों को सौंप दिया तो वहीं मामले की हर पहलू से जांच शुरू कर दी है। मामले की सूचना मिलने पर फोरेंसिक टीम भी सोमवार को शव का पोस्टमार्टम होने से पहले ही मोर्चरी हाउस पहुंच गई।
टीम ने शव का बारिकी से निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए। वहीं बताया जा रहा है कि मृतक शादीशुदा है और उसकी दो बेटी व एक बेटा है, जो बीकाम की पढ़ाई कर रहा है।
मृतक राजेंद्र सिंह के एक रिश्तेदार बलविंद्र ने बताया कि घर में सब कुछ सामान्य था। राजेंद्र एक दिन पहले ही भैया दूज पर्व पर अपनी बहन के घर गांव खिदरपुरा जिला कुरुक्षेत्र गया था।
खुशी-खुशी ही भैया दूज पर्व मनाकर लौटा था। शनिवार देर शाम को अचानक उसने फंदा क्यों लगा लिया, कोई समझ नहीं पाया है। वहीं रात को ही उसके शव के अंतिम संस्कार पर बलविंद्र ने चुप्पी साध ली जबकि अन्य स्वजनों ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
बताया जा रहा है कि उक्त गांववासी करीब 48 वर्षीय राजेंद्र सिंह की रविवार देर शाम को मौत हो गई। रात करीब साढ़े नौ बजे स्वजन उसका शव लेकर शामशान पहुंच गए और अंतिम संस्कार करने लगे।
शव चिता पर लेटाया ही गया था कि गुप्त सूचना मिलने पर अचानक इंद्री थाना एसएचओ सचिन टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस को देख शव का अंतिम संस्कार कर रहे स्वजनों में हड़कंप मच गया।
पुलिस ने अंंतिम संस्कार रूकवा दिया और चिता से शव कब्जे में लेकर देर रात को ही कल्पना चावला राजकीय अस्पताल के मोर्चरी हाउस में रखवा दिया। उधर स्वजन राजेंद्र की मौत को लेकर चुप्पी साधे हुए है और पुलिस के समक्ष दावा किया गया है कि राजेंद्र की मौत शनिवार देर शाम को फंदा लगाने से ही हुई है।
इंद्री थाना के जांच अधिकारी कर्मवीर का कहना है कि मृतक के शव का रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार किया जा रहा था। तभी सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच शव कब्जे में लिया था। प्रारंभिक जांच में मृतक की गर्दन पर निशान मिले हैं। चिकित्सकों के बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया है। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।