केंद्र सरकार ने दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेस हाईव के जरिए देश भर में आसान यातायात का जो सपना देखा है, वह अब जल्द ही साकार होने जा रहा है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का मानना है कि सुलभ और आसान यातायात से देश को हजारों करोड़ रुपए का लाभ होता है तथा लोगों के समय की भी बचत होती है। सरकार की इसी सोच के आधार पर देश भर में नए–नए हाईवे बनाए जा रहे हैं, ताकि लोग अपना सफर बिना जाम के और जल्द से जल्द पूरा कर पाएं।
इसी योजना के अंतर्गत ही अब गुरूग्राम से रेवाड़ी के बीच एक नया फोरलेन हाईवे का निर्माण किए जाने की योजना पर काम शुरू हो गया है।
1500 करोड़ रूपी की आएगी लागत
अनुमान है कि इस परियोजना पर करीब 1500 करोड़ रुपए की लागत आ सकती है। टोल योजना के अधीन होगा यह हाईवे, लेकिन इसके बनते ही लोगों का फरीदाबाद, मेवात, सोहना और गुरूग्राम सहित दिल्ली से रेवाड़ी का सफर करना बेहद आसान हो जाएगा।
रेवाड़ी का सफर है बेहद कठिन
फिलहाल इन शहरों से रेवाड़ी जाने के लिए भारी जाम का सामना करना पड़ता है। लेकिन इस परियोजना के बनते ही लोगों को रेवाड़ी पहुंचने में महज 40 मिनट का समय लगेगा। यानि गुरूग्राम से रेवाड़ी के बीच 49 किलोमीटर का सफर केवल 40 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। फिलहाल यह सफर पूरा होने में कई घंटे लग जाते हैं।
यदि इसमें कोई अड़चन नहीं आई तो आने वाले कुछ ही हफ्तों के भीतर इस परियोजना पर काम शुरू हो सकता है। लेकिन एक बड़ी खबर यह भी है कि इस हाईवे पर वाहन चलाने के लिए लोगों को टोल चुकाकर अपनी जेब ढीली करनी होगी।
रेवाड़ी के एनएच 71 पर मिलेगा यह हाईवे
डीपीआर के मुताबिक यह हाईवे गुरुग्राम से शुरू होकर रेवाड़ी के एनएच 71 पर मिलेगा। इसके लिए एनएच 71 नए हाइवे पर जाने के लिए इंटरचेंज बनाया जाएगा। इस फोरलेन पर पांच फ्लाईओवर होंगे। पटौदी रोड उमंग भारद्वाज चौक, गाड़ौली, हरसरू, जमालपुर और पटौदी बाईपास पर फ्लाईओवर बनेंगे। वहीं उमंग भारद्वाज चौक पर एक अंडरपास भी बनाया जाएगा।
इसके अलावा रेलवे ओवरब्रिज सहित 13 छोटे पुलों का भी निर्माण किया जाएगा। इस रोड से लगते अन्य रास्तों को मिलाने के लिए सात इंटरचेंज बनाए जाएंगे। डीपीआर में उमंग भारद्वाज चौक, गाड़ौली, एनपीआर को शहर से जोड़ने वाली जगह, फरुखनगर रोड, फाजलवास-जमालपुर रोड, रेलवे यार्ड एवं सात किमी लंबा पटौदी बाईपास भी शामिल हैं।
इस हाइवे के लिए रेवाड़ी-पटौदी रोड को चौड़ा किया जाएगा। एनएच 352 डब्ल्यू की ग्रुरुग्राम की ओर से शुरूआत में छः किमी का हिस्सा 60 मीटर चौड़ा होगा। वहीं इसके आगे रेवाड़ी तक इसकी चौड़ाई 45 मीटर होगी।
तोड़फोड़ के बाद शुरू होगी परियोजना
इस परियोजना की शुरुआत करने से पहले बड़े स्तर पर तोड़फोड़ की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा रहा है। इस परियोजना के रास्ते में आ रहे निर्माणों को हटाने के बाद ही इसका काम शुरू किया जा सकता है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इस परियोजना के रास्ते में आने वाले सभी निर्माणों को हटाने के लिए लोगों को जानकारी दे दी है।
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। लोग खुद ही अपने निर्माण हटाने लगे हैं। जिन लोगों को प्राधिकरण से मशीन व अन्य संसाधन संबंधी कोई सहायता चाहिए तो वह भी उन्हें उपलब्ध करवाने के लिए तैयार हैं।
इन इलाकों में होगी तोड़फोड़
अधिकारियों का कहना है कि चिन्हड अड्डा, मंढुलिया, मौजाबाद और खोड में बड़े स्तर पर तोडफ़ोड़ की जाएगी। इस फोरलेन हाइवे पर वाहन चालकों से टोल वसूली के लिए पटौदी में टोल गेट बनाया जाएगा। यह हाइवे पटौदी से बाहर ही बाहर जाएगा और इसके लिए यहां पर सात किमी लंबा बाईपास बनाया जाएगा।
इस हाइवे के बनने के बाद दिल्ली-जयपुर हाइवे पर वाहनों का लोड कुछ कम होगा। अभी तक गुरुग्राम-रेवाड़ी का अधिकतर ट्रैफिक दिल्ली-जयपुर हाइवे पर ही रहता है। नए फोरलेन बनने से आवागमन सुगम होगा और जाम की समस्या भी समाप्त हो जाएगी।