निगमायुक्त यशपाल यादव ने इंजीनियरिंग ब्रांच के अधिकारियों क्रमशः मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता, कार्यकारी अभियन्ता, सहायक अभियन्ता तथा कनिष्ट अभियन्ता के साथ मीटिंग ली और उनसे संबंधित मुख्य मुद्देः- पानी, सीवर, रोड स्ट्रीट लाईट और स्ट्रोम वाटर ड्रेन आदि समस्याओं पर चर्चा की।
मीटिंग में निगमायुक्त द्वारा मुख्य तौर पर प्रत्येक वार्ड की जल वितरण, सड़के, सीवर, स्ट्रीट लाईट एवं नालियो की स्थिति में सम्पूर्ण विकास के लिए पिछली बैठक के निर्णयानुसार कार्य योजना पर विस्तृत चर्चा की और कार्यकारी अभियंता डिविजन 4 के अतिरिक्त सभी ने अपनी अपनी कार्य योजनाओं के बारे में आयुक्त को अवगत कराया। डिविजन 4 के कनिष्ठ अभियन्ता अजीत सिंह तथा नसीम मो0 उपरोक्त कार्य करने में विफल रहे जिसके फलस्वरूप उन्हें वर्खास्त करने के आदेश दिये गये तथा सम्बन्धित सहायक अभियन्ता श्री टेक सिंह डागर जो कि न तो मीटिंग में उपस्थित थे और न ही उन्होंने कोई रिपोर्ट पेश की उसे निलंबित करने तथा आगामी कार्यवाही करने के आदेश दिये गये।
बैठक में निगमायुक्त द्वारा फरीदाबाद में बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए कारगर कदम उठाने और माननीय उच्चतम न्यायालय और वायु गुणवत्ता प्रबन्धन आयोग के दिशा-निर्देशों की सख्ती से पालन करने के आदेश दिये तथा प्रतिदिन प्रदूषण रोकथाम हेतु कारगर प्रयत्न करते हुये टैंकरों तथा मशीनों द्वारा सड़कों पर पानी का छिड़काव करने, शहर में कूड़े एकत्रित तथा जलाने वालो के खिलाफ चालान करने, टूटी-फूटी सड़कों की मरम्मत करने तथा निमार्ण गतिविधियों पर अंकुश लगाने के आदेश दिये।
इसके अतिरिक्त अवैध रूप से टैंकरों के द्वारा खुले में सीवर का पानी डालने पर अंकुश लगाने, बडे़ नालांे, पार्कस, ग्रीन बेल्ट, तालाबों आदि के साथ सीवर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के आदेश दिये। वार्डो में विभिन्न ठेकेदारों द्वारा आपरेशन एवं मेंटेनंेस का कार्य किया जा रहा है उस पर सम्पूर्ण निगरानी करने के भी आदेश दिये।