किसी भी मां के लिए वह पल सबसे ख़राब होते हैं जब आँखों के सामने बच्चे की मौत हो जाये। आज के इस कलयुग में किसी को दूसरे की परवाह नहीं होती है। आलम ये है कि यदि आप किसी मुसीबत में फंसे हो तो लोग आपकी मदद करने की बजाय उसका वीडियो बनाने लग जाएंगे। अब ऐसा ही कुछ एक अभागी मां के साथ भी हुआ। उसकी आँखों के सामने 5 माह की बेटी जिंदा जल गई।
उस मां का दर्द किसी ने नहीं समझा। इतना ही नहीं बल्कि वह मदद के लिए चीखती-चिल्लाती रही, लेकिन उसकी हेल्प करने कोई भी आगे नहीं आया। बेबस मां चाहकर भी अपनी बच्ची को नहीं बचा सकी।
किसी ने उसकी मदद करने का विचार नहीं किया। यह मामला काफी मार्मिक है। यह भयानक हादसा बुधवार सुबह राजस्थान के बाड़मेर जिले में जोधपुर हाइवे पर हुआ। यहां बस और ट्रेलर के बीच जबरदस्त भिड़ंत हो गई। बस में करीब 45 संवारियाँ थी, जिनमें से 12 कुछ ही पलों में मौत के मुंह में समा गई। वहीं 38 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। मौत का यह भयानक मंजर जिसने भी देखा उसके रोंगटे खड़े हो गए।
जैसे ही यह हादसा हुआ लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सखी नाम की महिला ने बताया कि वह बुधवार सुबह बालोतरा अपने ससुराल से जोधपुर मायके जाने के लिए बस मैं बैठी थी। उसका जोधपुर जाने का मन नहीं था, लेकिन फिर भी वह बैठ गई। बस खचाखच भरी थी, उसे जैसे तैसे बैठने की एक जगह मिली। उसके बैठने के बाद बस लगभग 15 से 20 किलोमीटर दूर भांडियावास पास आई ही थी कि सामने से आ रहे एक ट्रेलर ने टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी भयानक थी कि बस ने आग पकड़ ली। लोग इधर उधर भागने लगे। कुछ संवारियाँ बस में गिर गई तो कुछ नीचे पड़ी रही। लोग भगदड़ में बस से बाहर नहीं निकल पा रहे थे। हर कोई चीख रहा था, लेकिन मदद करने वाला कोई नहीं था।